इबुप्रोफेन का सेवन कर रहे हैं? पहले ये ज़रूरी चेतावनी पढ़ लें! दर्द से राहत पाने के लिए आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवा इबुप्रोफेन (Ibuprofen) को लेकर नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) ने एक अहम चेतावनी जारी की है. NHS ने कहा है कि अगर आपको कुछ खास लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत इस दवा का सेवन बंद कर देना चाहिए, क्योंकि यह गंभीर एलर्जी का संकेत हो सकता है.
क्या हैं वो लक्षण जिनमें इबुप्रोफेन का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है?
NHS के मुताबिक, अगर इबुप्रोफेन लेने के बाद आपको नाक बहना, त्वचा पर लाल चकत्ते या सांस लेने में दिक्कत होती है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपका शरीर इस दवा को सहन नहीं कर पा रहा. यह एलर्जी हल्की भी हो सकती है और गंभीर भी. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
अगर ये 3 लक्षण दिखें, तो तुरंत दवा बंद करें!
अगर आप एस्पिरिन (Aspirin), नेप्रोक्सेन (Naproxen) या किसी और नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) के बाद भी ऐसे लक्षण देख चुके हैं, तो इबुप्रोफेन से भी बचें.
किन लोगों को इबुप्रोफेन से दूरी बनानी चाहिए?
NHS के अनुसार, कुछ खास लोगों को इबुप्रोफेन लेने से बचना चाहिए:
इबुप्रोफेन से होने वाले साइड इफेक्ट्स
अगर आप इबुप्रोफेन ले रहे हैं, तो इन साइड इफेक्ट्स पर ध्यान दें. चक्कर आना (Dizziness), उल्टी (Vomiting) या जी मिचलाना (Nausea)
एसिडिटी और अपच (Indigestion & Acidity), सिरदर्द (Headache).
नेचुरल दर्द घटने के लिए क्या कर सकते हैं?
अगर आप दर्द से राहत पाने के लिए इबुप्रोफेन का सुरक्षित विकल्प तलाश रहे हैं, तो कई घरेलू नुस्खे मदद कर सकते हैं. आप हल्दी और अदरक ले सकते हैं. इनमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द को कम कर सकते हैं. इसके अलावा, विलो बार्क (Willow Bark) ले सकते हैं, इसे नेचुरल एस्पिरिन माना जाता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड भी दर्द को कम करने में मदद कर सकता है.