रक्तदान को महादान कहा जाता है. अगर रक्तदान कर सकते हैं तो इसे जरूर करें. आप में से शायद बहुत कम लोगों ये बात पता हो लेकिन जब आप रक्तदान करते हैं, तो इसे सीधे जरूरतमंद पेशेंट के शरीर में नहीं चढ़ाया जाता है. दान किए गए रक्त को होल ब्लड भी कहा जाता है. इस होल ब्लड को प्रोसेस या सेंट्रीफ्यूज किया जाता है, जिससे इसके ट्रांसफ़्यूजेबल कंपोनेंट अलग हो जाता है. इसमें लाल कोशिकाएं, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा शामिल हैं.
प्राइवेट ब्लड बैंक नहीं ले सकेंगे ज्यादा शुल्क
इस पूरी प्रक्रिया को ब्लड प्रोसेसिंग भी कहा जाता है. कई बार निजी अस्पताल मरीजों से इस प्रक्रिया के काफी पैसे ऐंट लेता है. इसको लगाम देने के लिए सरकार ने अब एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की है, जिसके अनुसार प्राइवेट ब्लड बैंक होल ब्लड को प्रोसेस करने के लिए 1,550 रुपये से अधिक का शुल्क नहीं ले सकते हैं.
निजी केंद्रों पर इतनी होगी प्रोसेसिंग फी
सरकार की गाइडलाइन में ये भी कहा गया है कि निजी ब्लड बैंकों में मरीज की जरूरत के हिसाब से उसे पैक्ड रेड सेल के लिए 1500 रुपए, ताजा जमे हुए प्लाज्मा के लिए 400 रुपए और प्लेटलेट के लिए 400 रुपए से ज्यादा प्रोसेसिंग फी नहीं चार्ज की जा सकती है. वहीं सरकारी ब्लड बैंक में होल ब्लड को पैक्ड रेड सेल में प्रोसेस करने के लिए केवल 1100 रुपए चार्ज किए जाएंगे. साथ ही गाइडलाइन में ये भी लिखा है कि निजी ब्लड बैंकों को प्रोसेसिंग चार्ज साफ तौर डिस्प्ले पर दिखाना होगा.