महिलाओं में होने वाले सर्वाइकल कैंसर को लेकर वैज्ञानिकों को बड़ी कामयाबी मिली है. स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े NTAGI यानी National Technical Advisory Group on Immunization के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने जानकारी दी है कि सर्वाइकल कैंसर का इलाज देश में बनी HPV यानी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस वैक्सीन से हो सकता है.
अगले साल से लगाई जाएगी वैक्सीन
डॉ अरोड़ा ने दावा किया है कि अगले साल के मध्य तक भारत में लड़कियों को ये वैक्सीन लगाई जाएगी. राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 9 साल से 14 साल तक की उम्र की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए वैक्सीन दी जाएगी. अगले साल अप्रैल में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की सेरवावैक वैक्सीन तैयार होने की संभावना है.
अंतरराष्ट्रीय वैक्सीन के मुकाबले कम होगी कीमत
देश में बनने वाली इस वैक्सीन की कीमत बाजार में मौजूद अंतरराष्ट्रीय वैक्सीन की तुलना में काफी कम होगी. सेरवावैक वैक्सीन को ड्रग एजेंसी DCGI की मंजूरी मिल गई है और इसे पब्लिक हेल्थ प्रोग्राम में इस्तेमाल के लिए NTAGI ने भी मंजूरी दे दी है. मौजूदा समय में भारत इस टीके के लिए पूरी तरह से विदेशी कंपनियों पर निर्भर है.
तीन विदेशी कंपनियां HPV टीके का निर्माण करती हैं, जिनमें से दो कंपनियां भारत में अपने टीके बेचती हैं. बाजार में मिलने वाले HPV टीके की एक खुराक की कीमत 4 हजार रुपये से अधिक है, जबकि सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन 200 से 400 रुपए में मिलेगी. भारत में दुनिया की लगभग 16 प्रतिशत महिलाएं हैं और सर्वाइकल कैंसर के एक चौथाई मामले भारत में हैं.
मौत के एक तिहाई मामले अकेले भारत में
दुनिया में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौत के एक तिहाई मामले अकेले भारत में हैं. हाल में किए गए अनुमान के मुताबिक, भारत में हर साल 80 हजार महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर होता है और लगभग 35 हजार की मौत हो जाती है. स्टडी के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ 9 से 14 साल की लड़कियों में एक ही खुराक असरदार है.