पिछले कुछ सालों में फ्रेंच फ्राइज बहुत पॉपुलर हुआ है. बच्चों से लेकर बड़े तक सभी इसे बड़े ही चाव से खाते हैं. KFC, मैकडॉनल्ड में तो फ्रेंच फ्राइज सबसे ज्यादा बिकते हैं...जबकि ज्यादातर लोग जानते हैं कि फ्लेवर्ड फ्रेंच फ्राइज खाना हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है. हाल ही के एक अध्ययन से पता चला है कि ज्यादा फ्रेंच फ्राइज का सेवन आपके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकता है.
क्या कहती है फ्रेंच फ्राइज से जुड़ी ये रिसर्च
स्टडी में खुलासा हुआ है कि तले हुए फूड्स खास तौर पर तले हुए आलू जैसे फ्रेंच फ्राइज, डिप्रेशन और एंग्जायटी के जोखिम को काफी बढ़ा देते हैं. चीन हांगझू में शोधकर्ताओं की एक टीम ने पाया कि तले हुए खाद्य पदार्थों का लगातार सेवन, विशेष रूप से तले हुए आलू, उन लोगों की तुलना में एंग्जायटी के 12% अधिक और डिप्रेशन के 7% अधिक जोखिम से जुड़ा था, जो तले हुए खाद्य पदार्थ नहीं खाते हैं. चीन में किए गए इस अध्ययन के निष्कर्ष पीएनएएस की नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित किए गए हैं. ये रिसर्च 11 सालों में 1,40,728 लोगों पर की गई.
अभी शुरुआती चरण में है स्टडी
जिन लोगों ने फ्राइड फूड्स का सेवन किया उनमें शुरुआती दो साल में ही डिप्रेशन के लक्षण दिखाई देने वाले लोगों को छोड़कर एंग्जाइटी के कुल 8294 मामले और डिप्रेशन के 12375 मामले सामने आए. इससे पहल हुए अध्ययन में पाया गया था कि खराब पोषण से अवसाद की स्थिति बन सकती है. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि तले हुए फूड्स एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं की असल वजह है नहीं. क्योंकि ये रिसर्च अभी शुरुआती चरण में है.
ये रिसर्च खासतौर पर युवाओं में तले हुए भोजन के सेवन के संभावित जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर प्रकाश डालते हैं. अच्छे डाइट प्लान के साथ लोग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर सकते हैं.