रोटी लगभग हर घर में बनाई जाती है. इसे ज्यादातर तवे पर आधा पकाकर फिर गैस के फ्लेम पर पकाया जाता है. लेकिन इस तरह से बनी हुई रोटियों को खाने से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है. हाल ही में हुए एक अध्ययन में ऐसा दावा किया गया है. Environmental Science & Technology जर्नल में ये अध्ययन प्रकाशित हुआ है.
गलत है रोटी सेंकने का ये तरीका
ऑस्ट्रेलिया में हुए शोध में ये जानकारी सामने आई है कि अगर आप रोटियों को उच्च तापमान पर पकाते हैं तो कार्सिनोजेनिक यौगिकों का उत्पादन होता है. इससे सांस लेने में दिक्कत होती है. अध्ययन के अनुसार कुकटॉप्स और एलपीजी गैस नाइट्रोजन डायऑक्साइड जैसी कई खतरनाक गैसों का उत्सर्जन करते हैं. जोकि आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है. ये कैंसर और दिल संबंधित बीमारियों का कारण बनता है.
खतरनाक रसायन पैदा होता है
रोटी को गैस पर सेंकने से एक्रिलामाइड नामक रसायन पैदा होता है, इसके अलावा सीधे गैस की आंच पर पकाने से कार्सिनोजेन्स पैदा होते हैं. कुछ रिसर्च इस तरफ इशारा कर रहे हैं कि उच्च तापमान पर खाना पकाने के तरीके हेट्रोसायक्लिक एमाइन (एचसीए) और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (पीएएच) उत्पन्न करते हैं, जो कार्सिनोजेन्स के रूप में जाने जाते हैं. हालांकि यह रिपोर्ट 'जले हुए टोस्ट' पर आधारित थी.
हैम्बर्गर से कैंसर की आशंका
पहले लोग रोटियों को तवे पर टॉवल से दबाकर पकाते थे लेकिन चिमटे के आने के बाद लोगों ने चपातियों को सीधे गैस की आंच पर पकाना शुरू कर दिया. इससे कम समय में ज्यादा रोटियां बन सकती हैं लेकिन रोटी पकाने का ये तरीक आपकी सेहत के लिए बिल्किल भी ठीक नहीं है. इसके अलावा एक रिसर्च जर्नल में ये भी कहा गया है कि जो लोग हैम्बर्गर का अधिक सेवन करते हैं उनमें प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना 79% ज्यादा होती है.
पहले भी हो चुकी इस तरह की रिसर्च
एलपीजी गैस पर खाना बनाना सेहत के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी स्वस्थ नहीं है. गैस पर खाना बनाने से घर की हवा 5 गुनी ज्यादा प्रदूषित होती है. अध्ययन में यह सलाह दी गई है कि एलपीजी की जगह इंडक्शन या बिजली के चूल्हों का इस्तेमाल करें.