भारत में तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों की संख्या बढ़कर 422 हो गई है. अब तक सबसे अधिक संक्रमण की रिपोर्ट महाराष्ट्र में है. भारत ने 10 जनवरी से फ्रंट-लाइन वर्कर्स और 60 से ऊपर के लोगों के लिए "एहतियाती खुराक" (Precaution Doses) की घोषणा की है.
महाराष्ट्र में नए संस्करण के 100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, राज्य में अब तक 42 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं, दिल्ली में 79 मामले हैं. जिनमें से 23 ठीक हो चुके हैं. गुजरात में 43 मामले हैं और 10 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं.
देश में बढ़े ओमिक्रॉन के मामले:
दक्षिण भारत की बात करें तो तेलंगाना में नए संस्करण के 41 मामले (और 10 ठीक हो चुके मरीज) दर्ज किए गए हैं. जबकि केरल और तमिलनाडु में क्रमशः 38 और 34 मामले हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आज सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक में अब तक 31 मामले सामने आए हैं.
पश्चिम बंगाल में अब तक छह मामले हैं जबकि हरियाणा, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में चार-चार मामले हैं. जिन अन्य राज्यों ने ओमिक्रॉन स्ट्रेन की सूचना दी है उनमें जम्मू और कश्मीर (3 मामले), और उत्तर प्रदेश (2 मामले) शामिल हैं. केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और लद्दाख में एक-एक मामला सामने आया है.
10 जनवरी से दी जाएगी "एहतियाती खुराक":
नवंबर के अंत में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था. और अब तक कुल 422 लोगों के ओमिक्रॉन संक्रमित होने की पुष्टि की जा चुकी है. हालांकि, तब से लेकर अब तक देश में कुल 130 लोग इससे उबर चुके हैं.
इस नए वेरिएंट को देखते हुए भारत ने शनिवार को स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और 60 से ऊपर के लोगों के लिए "एहतियाती खुराक" देने की घोषणा की है. यह खुराक 10 जनवरी इ दी जाएगी .
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिसमस के दिन अपने संबोधन में कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि 10 जनवरी, 2022 से स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए कोविड वैक्सीन की एहतियाती खुराक शुरू की जाएगी.