आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के लिए मेंटल हेल्थ एक बहुत बड़ा मुद्दा है. मंगलवार को जारी एक सर्वे के अनुसार 48% से अधिक कॉर्पोरेट कर्मचारी मेंटल हेल्थ की तकलीफों से गुजर रहे हैं. जिसमें से से 56% महिलाएं हैं, और 41% पुरुष हैं, जो खराब मानसिक स्थिति से गुजर रहे हैं. आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट की तरफ से कराए गए इस सर्वेक्षण में मुंबई सहित आठ शहरों में आठ क्षेत्रों में 3,000 कर्मचारियों को शामिल किया गया था.
सर्वेक्षण में शामिल लगभग 50% लोगों ने कहा कि कार्यस्थल पर तनाव ने उनकी प्रोडक्टिविटी पर काफी असर पड़ता है. जबकि 45% ने कहा कि वे कोविड महामारी के दौरान 'वर्क फ्रॉम होम' फेज के कारण "अलग-थलग" महसूस करते हैं. मुंबई में कई लोग जिन्होंने कहा कि वे कार्यस्थल पर तनावग्रस्त थे. साथ ही उन्हें गंभीर पीठ दर्द की काफी समस्या थी.
बहुत से लोग रोजाना तनाव महसूस करते हैं. रोजमर्रा के तनाव जैसे कि काम, परिवार, स्वास्थ्य और वित्त से संबंधित तनाव अक्सर उच्च तनाव के स्तर को जन्म दे सकते हैं. स्ट्रेस के कारण आप कई तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं. इसलिए आपके लिए स्ट्रेस मैनेज करना बेहद जरूरी है. तो चलिए हम आपको स्ट्रेस कंट्रोल करने के मैनेज करने के तीन सरल उपाय बताते हैं.
गहरी सांसें लें: जब भी आप खुद को तनावग्रस्त महसूस करें, तो जल्दी से अपना मानसिक ध्यान अपनी नाक की नोक पर लाएं और 7 गहरी सांसें लें. अपने नॉस्ट्रिल से हवा के अंदर और बाहर जाने की अनुभूति को महसूस करें. जितना हो सके इसे गहराई से अनुभव करें. यह आपके शरीर को आपके सिस्टम को रीसेट करने और पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को सक्रिय करने के लिए पर्याप्त समय देता है जो आराम और डाइजेस्ट प्रतिक्रिया को बढ़ावा देता है. यह आपके न्यूरॉन्स को आराम देता है और वे 7 सांसें आपके दिमाग में एक खाली ध्यान देने वाली जगह बनाती हैं, जहां से आपको स्पष्टता और शांति मिलेगी.
डाउनलोड एंड एडिट: कई बार आप अपने दिमाग में एक ही बात को बार-बार चलाते हैं. बार-बार बात करने के बाद भी आपकी प्रॉब्लम का कोई सॉल्यूशन नहीं निकलता है. बार-बार सोचना केवल मामले को बदतर बनाता है और आपके समन्वय और एकाग्रता को कमजोर करता है. इसके लिए आप अपने दिमाग की सभी चीजों को बारीकी के साथ किसी पेपर या डायरी पर लिख दें. जब आप अपनी सारी प्रॉब्लम्स लिख देंगे तो आपको समझ आएगा कि आपकी प्रॉब्लम वाकई इतनी बड़ी नहीं हैं.
पुष्टि: अपने विचारों, शब्दों या कार्यों में किसी भी नकारात्मक विचार को पूरा न करें. हमारे शरीर और ब्रह्मांड की कोशिकाएं सुन रही हैं. हर बार जब आपके मन में कोई नकारात्मक विचार आए, तो तीन बार ज़ोर से 'कैंसिल', 'कैंसिल' और 'कैंसिल' कहें और उस विचार को त्याग दें. इसके अलावा, इसे एक सकारात्मक रचनात्मक वाक्य में बदलें. उदाहरण के लिए: 'मैं देर नहीं करना चाहता' कहने के बजाय, अपने आप से कहें 'मैं इसे आराम से समय पर पूरा करने की उम्मीद करता हूं.'