कपिंग थेरेपी को लेकर चर्चा चलती रहती है. पिछले कुछ सालों में लोगों ने इसके बारे में जानना और समझना शुरू किया है. इस तकनीक में सक्शन बनाने के लिए कप को स्किन पर रखा जाता है. जिसकी मदद से ब्लड सर्कुलेशन, दर्द कम करना, जल्द उपचार किया जाता है. यूं तो बाहर के कई देशों में सदियों से कपिंग थेरेपी का इस्तेमाल होता है, लेकिन अब पिछले कुछ साल से पश्चिमी देशों में भी ये लोकप्रिय हो रही है.
क्या है कपिंग थेरेपी?
दरअसल, इसमें किसी व्यक्ति की स्किन पर कुछ पॉइंट्स पर कप लगाना होता है. जिससे प्रैक्टिशनर कप से सक्शन बनता है, जो फिर स्किन को खींचता है. कपिंग या तो सूखी या गीली हो सकती है. वेट कपिंग (Wet cupping) में सक्शन शुरू करने से पहले स्किन को पंचर करना शामिल होता है, इस प्रक्रिया में व्यक्ति के कुछ ब्लड हटा दिया जाता है. कपिंग में व्यक्ति की स्किन पर गोल निशान छूट जाता है, जहां सक्शन इफेक्ट में आने के बाद blood vessels फट जाती हैं.
इस तकनीक का उपयोग सदियों से चीन, मिस्र और ग्रीस सहित कई संस्कृतियों में किया जाता रहा है. पारंपरिक चीनी चिकित्सा में, कपिंग को शरीर के यिन और यांग को बैलेंस करने के लिए माना जाता है, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है.
खून के प्रवाह को करती है ठीक
माना जाता है कि कपिंग थेरेपी दर्द, सूजन और मांसपेशियों में तनाव सहित कई तरह के दर्द को ठीक करने मदद करती है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, कपिंग थेरेपी के कई फायदे हैं. 2017 की एक स्टडी के अनुसार, कपिंग में शामिल सक्शन आपके शरीर में खून के प्रवाह को ठीक करने में मदद करती है. कपिंग का किसी व्यक्ति के शरीर पर एक्यूपंक्चर पॉइंट्स से भी संबंध होता है. हालांकि, कई डॉक्टर कपिंग थेरेपी को एक कॉम्प्लिमेंटरी थेरेपी मानते हैं, जिसका मतलब है कि कई लोग इसे वेस्टर्न मेडिसिन का हिस्सा नहीं मानते हैं. लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि यह प्रभावी नहीं है.
कपिंग थेरेपी के फायदे?
कपिंग थेरेपी का उपयोग दर्द, सूजन और मांसपेशियों में तनाव सहित कई चीजों का इलाज करने के लिए किया जाता है. जैसे-
1. माना जाता है कि कपिंग थेरेपी शरीर के नेचुरल दर्द को ठीक करने में मदद करती है.
2. सक्शन इफेक्ट बनाकर, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर किया जा सकता है.
3. माना जाता है कि कपिंग थेरेपी खून के प्रवाह को बढ़ाकर और शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रियाओं को बढ़ावा देकर सूजन को कम करती है.
कपिंग थेरेपी करते हुए ये रखें ध्यान
वैसे तो इस थेरेपी को सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसे करने में कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. जैसे
1. कपों से जो सक्शन बनाया जाता है उससे चोट लग सकती है.
2. अगर गर्मी का सक्शन बनाया जाता है, तो स्किन के जलने का खतरा होता है.
3. कपों को ठीक से कीटाणुरहित न करने पर इन्फेक्शन का खतरा होता है.
4. इसके अलावा आपके लिए कपिंग थेरेपी असहज या दर्दनाक भी हो सकती है.
नोट: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य बातों पर आधारित हैं. कुछ भी अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.