अब बच्चों को भी मिलेगी कोरोना से सुरक्षा, 6 से 12 साल के लिए Covaxin के इस्तेमाल को मंजूरी

देश में 6 से 12 साल के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए कोवैक्सीन टीका लगाया जा सकेगा. Drugs Controller General of India ने 6 से 12 साल के बच्चों के लिए कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को इजाजत दे दी है. DCGI ने कंपनी को शुरूआती 2 महीनों तक हर 15 दिन में टीके के इस्तेमाल पर सुरक्षा संबंधी डाटा देने को कहा है. इससे पहले DCGI ने 5 से 11 साल के बच्चों के लिए कोर्बीवैक्स टीके को भी मंजूरी दी थी. हालांकि 5 या 6 साल से ऊपर के बच्चों को कोरोना टीके कब से लगेंगे, यह अभी तय नहीं किया गया है. 12 से ऊपर के आयुवर्ग के लिए 'ZyCoV-D' की 2 डोज को भी DCGI की मंजूरी मिल चुकी है.

Covid Vaccination/PTI
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 5:46 PM IST
  • 5 साल के बच्चों के लिए पहले ही मिल चुकी है Corbevax को हरी झंडी
  • 12 से ऊपर के के लिए ZyCoV-D की मंजूरी

कोरोना की चौथी लहर की आहट के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया DCGI ने 6 से 12 आयुवर्ग के लिए Covaxin के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. DCGI इससे पहले 5 से 12 आयुवर्ग के लिए Corbevax और 12 से ऊपर के आयुवर्ग के लिए ZyCoV-D की 2 डोज की आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे चुका है.

DCGI के इस फैसले से कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में मदद मिलेगी. यह फैसला DCGI की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की मीटिंग के बाद लिया गया है. 

देश में बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत इसी साल 3 जनवरी से हुई थी. अब तक 12-14 साल आयुवर्ग के बच्चों को  2.7 करोड़ (पहली डोज) और 37 लाख (दूसरी डोज), 15-18 साल के आयुवर्ग के बच्चों को 5.82 करोड़ पहली डोज और 4.15 करोड़ दूसरी डोज लगाई जा चुकी है.

भारत की कोविड से लड़ाई अब और अधिक मज़बूत @CDSCO_INDIA_INF ने

>6 से
>5 से
12 से ऊपर के आयुवर्ग के लिए 'ZyCoV-D' की 2 डोज को

'Restricted Use in Emergency Situations' की मंज़ूरी दी है।

— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) April 26, 2022

 

बच्चों में बढ़ रहा है कोरोना का खतरा
दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों में अब तक कई बच्चे कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. हालांकि जो बच्चे इस वायरस संक्रमित हो रहे हैं, उनमें बहुत हल्के लक्षण हैं और वो जल्दी ठीक भी हो जा रहे हैं. कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद वैक्सीनेशन शुरू कर दिया जाएगा. दुनिया के बाकी देशों में बच्चों के वैक्सीनेशन का काम काफी पहले ही शुरू किया जा चुका है.

 

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