देश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग जाएं. इस बीच अब कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज देने की भी तैयारी की जा रही है. इस महीने के अंत तक बूस्टर डोज देने पर निर्णय ले लिया जाएगा.
नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन(NTAGI) के एक सीनियर टास्क फोर्स सदस्य का कहना है कि सरकार की सलाहकार संस्था बूस्टर डोज पर अंतिम निर्णय लेगी. अधिकारी ने बताया कि अभी प्राथमिकता ये है कि योग्य सभी लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लग जाए.
महामारी के हालात को देखते हुए निर्णय लेगी सरकार
कोविड बूस्टर को लेकर अधिकारी ने बताया कि देश में महामारी की स्थिति को देखते हुए इस पर निर्णय लिया जाएगा. दूसरे देशों में कोविड बूस्टर प्लान को देखते हुए हम फैसला नहीं करेंगे. अभी यह लक्ष्य है कि सभी योग्य लोगों का साल के अंत तक वैक्सीनेशन पूरा हो जाए. अभी 80 प्रतिशत लोगों ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज ले लिया है और 41 प्रतिशत लोगों ने दोनों डोज ले लिया है. अधिकारी ने बताया कि कई राज्यों ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कोविड बूस्टर डोज की मांग की है.
आईसीएमआर(ICMR) के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख डॉ. समीरन पांडा का कहना है कि बूस्टर डोज या तीसरे डोज पर चर्चा चल रही है. लेकिन, ऐसे में किसी का ध्यान वर्तमान में चल रहे वैक्सीनेशन से नहीं भटक जाए. सबसे पहले यह जरूरी है कि योग्य लोगों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग जाएं.
अमेरिका में बूस्टर डोज को मंजूरी
अमेरिका में पिछले दिनों कोरोना वैक्सीन के बूस्टर डोज को मंजूरी दे दी गई. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया. 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा सकती है.