Tips to Protect from Delhi Pollution: सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में दिल्ली नंबर-1 पर, राजधानी में रहते हुए इन 8 तरीकों से रखें खुद को सेफ

Tips to Protect yourself from Delhi Pollution: जैसे-जैसे दिल्ली और इसके आस-पास के राज्यों में प्रदूषण बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोग खांसी और गले में जलन से लेकर सांस से जुड़ी समस्याओं की शिकायत कर रहे हैं. लेकिन आप इससे निपट सकते हैं.

Delhi-NCR Pollution
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 19 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 12:17 PM IST
  • 8 तरीकों से रखें खुद को सेफ
  • नियमित रूप से स्टीम बाथ लें 

दिल्ली की आबोहवा दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. एक बार फिर देश की राजधानी दुनिया की सबसे प्रदूषित कैपिटल सिटी बन गई है. एक नई रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाली राजधानी बन गई है. वहीं बिहार का बेगूसराय दुनिया के सबसे प्रदूषित महानगरीय क्षेत्र के रूप में उभरा है. स्विस संगठन IQAir की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2023 के मुताबिक, भारत 2023 में बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद 134 देशों में से तीसरी सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाला देश बन गया है. 

बेगूसराय सबसे प्रदूषित महानगरीय क्षेत्र

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रिपोर्ट में साल 2022 में भारत को आठवें सबसे प्रदूषित देश के रूप में स्थान दिया गया था. इस बार कि रिपोर्ट में बेगूसराय वैश्विक स्तर पर सबसे प्रदूषित महानगरीय क्षेत्र के रूप में सामने आया है. हालांकि, साल 2022 की रैंकिंग में बेगूसराय का नाम नहीं आया था. लेकिन इसबार ये पहले नंबर पर है. रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली का PM2.5 लेवल साल 2022 में 89.1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से बिगड़कर 2023 में 92.7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गया. राजधानी दिल्ली 2018 से लगातार चार बार दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बना है. 

लोगों को हो रही प्रदूषण से समस्या 

प्रदूषण का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी देखने को मिल रहा है. जैसे-जैसे दिल्ली और इसके आस-पास के राज्यों में प्रदूषण बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोग खांसी और गले में जलन से लेकर सांस से जुड़ी समस्याओं की शिकायत कर रहे हैं. हालांकि, इस चुनौतीपूर्ण समय से निपटने के लिए और दिल्ली के प्रदूषण से खुद को बचाने के लिए आप अपने स्तर पर कई उपाय कर सकते हैं. 

कैसे बचें प्रदूषण से?

1. मुश्किल व्यायाम से बचें

पैदल चलने, दौड़ने या जॉगिंग जैसी बाहरी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों को प्रदूषण का स्तर कम होने तक ऐसा करने से बचना चाहिए. अगर हम मुश्किल एक्सरसाइज करते हैं तो हमने तेज सांस लेनी पड़ती है, जिससे हवा में मौजूद हानिकारक प्रदूषकों का संपर्क बढ़ जाता है. 

2. फेस मास्क पहनें

बाहर निकलते समय, हानिकारक कणों को फिल्टर करने के लिए N95/99 मास्क पहनना जरूरी है. सुनिश्चित करें कि प्रदूषकों से बचने के लिए ऐसा मास्क पहनें जो नाक और मुंह पर अच्छी तरह से फिट बैठता हो.

3. घर के अंदर वायु शुद्ध करने वाले पौधे लगाएं

हवा की गुणवत्ता में सुधार और इनडोर प्रदूषकों को कम करने के लिए अपनी इनडोर जगहों में एलोवेरा, आइवी और स्पाइडर प्लांट जैसे एयर-फिल्टर करने वाले पौधों को शामिल करें. 

4. एयर-प्यूरीफायर का उपयोग करें

इनडोर स्थानों में एयर प्यूरीफायर लगाएं, विशेष रूप से उन कमरों में जहां अक्सर बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं आती हैं. एयर प्यूरीफायर घर के अंदर के प्रदूषकों को खत्म करने में मदद करते हैं, बाहरी प्रदूषण से सुरक्षा देता है. 

5. नियमित रूप से स्टीम बाथ लें 

सांस से जुड़ी परेशानी कम करने के लिए और हानिकारक कणों को खत्म करने में सहायता के लिए, नीलगिरी के तेल के साथ भाप लें. स्टीम बाथ लेने से रेस्पिरेटरी हेल्थ अच्छी होती है.

6. स्वस्थ डाइट लें 

विटामिन और खनिजों से भरपूर बैलेंस्ड डाइट लें. विशेष रूप से विटामिन सी, मैग्नीशियम और ओमेगा से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें. ये पोषक तत्व आपकी इम्यूनिटी को मजबूत करने और शरीर पर प्रदूषण के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में मदद करते हैं.

7. वायु गुणवत्ता देखते रहें 

विश्वसनीय वेबसाइटों या मोबाइल ऐप्स पर नियमित रूप से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को देखते रहें. अपने आस-पास वायु प्रदूषण के स्तर को समझने से आप अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरत सकते हैं.

8. उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें

जब हवा अच्छी हो तो ऐसे दिनों में, घर के अंदर और बाहर हवा का आदान-प्रदान होने दें. और इनडोर वेंटिलेशन को जितना हो सके उतना बढ़ाएं. 


 

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