दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही अब यहां जिला प्रशासनों ने निगरानी बढ़ा दी है. साथ ही यहां कोरोना के खिलाफ टेस्टिंग का दायरा भी बढ़ा दिया है. अब मेट्रो स्टेशनों, बस स्टॉप और बाजारों में रैंडम सैंपलिंग फिर से शुरू कर दी गई है. ताकि ऐसे समय में वायरस को फैलने से रोका जा सके और समय पर लोगों को घर पर ही डिटेन और आइसोलेट किया जा सके.
राजधानी में बीते दिन यानी शनिवार को 461 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 5.33 प्रतिशत सभी परीक्षण पॉजिटिव रहे. अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और मौत के आंकड़ों में ज्यादा फर्क नहीं देखा गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि पॉजिटिविटी रेट में बढ़ोतरी हो सकती है. क्योंकि एक बार फिर कोरोना के खिलाफ पाबंदियों में छूट दे दी गई थी, जिसमें मास्क नहीं पहनने पर दंड को छोड़ना भी शामिल है.
तेज होगी कोरोना के खिलाफ टेस्टिंग
वहीं, दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में सोमवार से एक बार फिर कोरोना के खिलाफ टेस्टिंग को बढ़ा दिया जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन को जल्द ही औपचारिक रूप से परीक्षण और ट्रैकिंग रणनीति को तेज करने के लिए निर्देशित किया जाएगा. 20 अप्रैल को होने वाली दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में भी इस मामले में चर्चा की जाएगी.
टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाया जाएगा
हालांकि, बैठक से पहले भी मामलों में उछाल को देखते हुए कुछ जिले मेट्रो स्टेशनों, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशनों और अधिकांश जैसे सार्वजनिक स्थानों पर टेस्टिंग धीरे-धीरे तेज करने की योजना बना रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य और राजस्व विभाग 2-3 दिनों में एक योजना के साथ सामने आएंगे. उन्होंने कहा दिल्ली सरकार ने अपनी टेस्टिंग क्षमता कभी कम नहीं की. हमारे पास अभी भी किसी भी अन्य राज्य या शहर की तुलना में उच्चतम कोविड -19 परीक्षण क्षमताओं में से एक है.
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