देश में हर साल हजारों की संख्या में डेंगू के मामले सामने आते हैं. पिछले साल डेंगू के 9,613 मामले सामने आए थे. सोमवार को दिल्ली मे डेंगू के 100 मामले दर्ज किए गए. दिल्ली नगर निगम की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस महीने की शुरुआत से 17 सितंबर तक डेंगू के 152 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में लोग इस बीमारी से कैसे बचे हम आपको बताएंगे.
डेंगू कैसे होता है
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. डेंगू का फीवर एक आदमी से दूसरे आदमी में नहीं फैलता है. डेंगू के मच्छर दिन के समय ज्यादा एक्टिव रहते हैं, यानी दिन के समय में इसके काटने का खतरा सबसे अधिक होता है. मच्छर की यह प्रजाति मानसून या बारिश के मौसम में सक्रिय रहती है. बता दें, एडीज मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता है.
डेंगू के लक्षण
1. 5 से 7 दिन तक बुखार होना
2. सिरदर्द होने के साथ साथ मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना
3. आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना
4. शरीर में कमजोरी होना, मुंह का स्वाद खराब होना
5. गले में दर्द, शरीर में रैशेज होना
डेंगू का इलाज
डेंगू के इलाज के लिए अभी तक देश में कोई दवा या वैक्सीन नहीं बनी है. हालांकि, भारत में डेंगू से बचाव के खिलाफ वैक्सीन बनाई जा रही है. ध्यान दें, अपने घर के आसपास पानी इकट्ठा होने न दें और मरीज का कमरा साफ सुथरा रखें. कोशिश करें कि मरीज को वैसे कमरे में रखें जो हवादार हो. शरीर को पूरी तरह से कवर करने वाले कपड़े पहनें. सुनिश्चित करें कि आसपास पानी इकट्ठा ना हो. कूलर का पानी बदलते रहें. पानी को ढक कर रखें. बाहरी पक्षी या या पालतू जानवरों के पानी को नियमित रूप से बदलते रहें.
प्लेटलेट्स कैसे बढ़ाएं
एक सामान्य व्यक्ति में 150,000 और 250,000 के बीच प्लेटलेट काउंट होता है. डेंगू की वजह से अगर आपकी प्लेटलेट्स कम हो गई हैं तो घबराने के बजाय इन घरेलू नुस्खों को आजमाएं. दिन में जितना हो सके नारियल पानी का सेवन करें. इन दिनों बाजार में कीवी उपलब्ध है, इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए कीवी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है. ब्लड प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए वंडर प्लांट के नाम से जाना जाने वाला गिलोय का जूस सर्वोत्तम उपाय है. इसके अलावा पपीते के पत्ते का रस भी बहुत जल्दी प्लेटलेट्स बढ़ाता है.
जल्द आएगी डेंगू के खिलाफ वैक्सीन
देश में जानी मानी वैक्सीन निर्माता कंपनी द इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड (IIL) डेंगू के खिलाफ वैक्सीन बना रही है. इस वैक्सीन को बनाने में भारत को अमेरिका का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) मदद कर रहा है. भारत सरकार ने द इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड को वैक्सीन का ट्रायल करने की अनुमति दे दी है. अगर, इस वैक्सीन का फर्स्ट फेज का ट्रायल सफल हो जाता है तो ये वैक्सीन डेंगू की रोकथाम में मदद कर सकती है.