Diabetes Treatments: जामुन से बनी डायबिटीज की दवा, तीन दिन में दिखाएगी असर, रिसर्च में दावा

ये दवा आईसीएमआर ने जामुन से तैयार की है. आयुर्वेद में भी जामुन से मधुमेह के इलाज का वर्णन मिलता है. इसे आधुनिक चिकित्सा की कसौटी पर परखा गया है तथा डायबिटीज रोगी कंपाउंड तैयार किया गया है. यह कंपाउंड पानी में आसानी से घुल सकता है.

diabetes medicine
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 12:54 PM IST
  • जामुन से तैयार की गई दवा
  • तीन दिन में असर दिखाने का दावा

देश में डायबिटीज के रोगियों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. छोटे से लेकर बुजुर्गों तक सभी इसकी चपेट में आ रहे हैं. भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोग, डायबिटीज के शिकार हैं लेकिन इस बीच अच्छी खबर ये है कि डायबिटीज की ऐसी दवा तैयार की गई है जिसे महज दो से तीन दिन खाने पर डायबिटीज कंट्रोल किया जा सकता है.

आईसीएमआर ने जामुन से तैयार की दवा

ये दवा आईसीएमआर ने जामुन से तैयार की है. आयुर्वेद में भी जामुन से मधुमेह के इलाज का वर्णन मिलता है. इसे आधुनिक चिकित्सा की कसौटी पर परखा गया है तथा डायबिटीज रोगी कंपाउंड तैयार किया गया है. यह कंपाउंड पानी में आसानी से घुल सकता है.

नहीं है कोई साइड इफेक्ट

खरगोशों पर किए गए परीक्षण में इस कंपाउंड से उनमें ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन (एचबीए1सी) में भी कमी दर्ज की गई. एचबीए1सी में कमी आना प्रभावी रूप से यह दर्शाता है कि शुगर कंट्रोल हो रही है. इस हर्बल कंपाउंड का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है.

जल्द मार्केट में आएगी दवा

ये कंपाउंड टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों रोगियों के लिए फायदेमंद है. आईसीएमआर ने इस तकनीक का पेटेंट फाइल किया है और दवा कंपनियों से इसके निर्माण, परीक्षण और मार्केट में उतारने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं.

'द लांसेट' में पब्लिश हुई रिसर्च के मुताबिक दुनिया में 2050 तक 130 करोड़ डायबिटीज के मरीज होंगे. ये संख्या 2021 में 52.90 करोड़ थी. भारत में करीब 10 करोड़ से ज्यादा लोग, डायबिटीज के शिकार हैं.

डायबिटीज होने पर शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. यह तब होता है जब शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन हार्मोन नहीं बना पाता है. इस वजह से शरीर ब्लड में मौजूद शुगर को आपकी कोशिकाओं में नहीं पहुंचा पाता है. इससे ब्लड शुगर का लेवल हाई हो जाता है.डायबिटीज के मरीजों में अगर लंबे समय तक ब्लड शुगर हाई रहे तो दिल के रोगों, किडनी और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है.

 

Read more!

RECOMMENDED