Nomophobia: मोबाइल आसपास न रहने पर आपको भी होने लगता है अजीब फील? नोमोफोबिया के हो सकते हैं संकेत

Nomophobia: भारत में मेडिकल के 145 छात्रों ये स्टडी की गई. इसमें पाया गया कि 17.9 प्रतिशत प्रतिभागियों को हल्का नोमोफोबिया था. 60 प्रतिशत प्रतिभागियों में नोमोफोबिया के लक्षण मध्यम थे.

नोमोफोबिया
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:52 PM IST
  • मेंटल डिसऑर्डर नहीं है नोमोफोबिया  
  • कई लोगों पर हुई रिसर्च 

क्या आपको अपना स्मार्टफोन नीचे रखने में परेशानी होती है या जब आप कुछ घंटों तक फोन नहीं चला पाएंगे तो आपको टेंशन होने लगती है? अगर ऐसा है, तो संभव है कि आपको नोमोफोबिया हो सकता है. नोमोफोबिया फोन न होने या उसका उपयोग न कर पाने का डर है. हम ज्यादातर जानकारी और कनेक्शन के लिए अपने डिवाइस पर निर्भर हैं, इसलिए उन्हें खोने की चिंता होना सामान्य है. 

क्या है नोमोफोबिया?

दरअसल, नोमोफोबिया, "नो मोबाइल फोन फोबिया" है. यह आपके फोन न होने के डर को बताता है. ये इतना खतरनाक है कि आपका दैनिक जीवन इससे प्रभावित हो सकता है. कई अध्ययनों के नतीजे बताते हैं कि यह फोबिया ज्यादा हो तो आपको काफी नुकसान पहुंचा सकता है. 2019 के शोध के अनुसार, 2008 में फोन रखने वाले लगभग 53 प्रतिशत ब्रिटिश लोग चिंतित महसूस करते थे जब उनके पास अपना फोन नहीं होता था, या बैटरी खत्म हो जाती थी. 

कई लोगों पर हुई रिसर्च 

भारत में मेडिकल के 145 छात्रों ये स्टडी की गई. इसमें पाया गया कि 17.9 प्रतिशत प्रतिभागियों को हल्का नोमोफोबिया था. 60 प्रतिशत प्रतिभागियों में नोमोफोबिया के लक्षण मध्यम थे, और 22.1 प्रतिशत लोगों में ये लक्षण गंभीर थे. हालांकि, समय रहते पता लग जाए तो नोमोफोबिया से बचा जा सकता है. 

मेंटल डिसऑर्डर नहीं है नोमोफोबिया  

यूं  नोमोफोबिया को अभी मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर में नहीं रखा गया है. न ही इसके कोई मानदंड तय नहीं किए गए हैं. हालांकि, एक्सपर्ट्स इस बात पर सहमति जताते हैं कि नोमोफोबिया मेंटल हेल्थ के लिए चिंता का विषय है. कुछ विशेषज्ञों ने यह भी सुझाव दिया है कि नोमोफोबिया एक प्रकार की फोन निर्भरता या लत को बताता है. 

नोमोफोबिया के लक्षण क्या हैं?

-जब आप अपने पास फोन नहीं होने या उसका उपयोग करने में असमर्थ होने के बारे में सोचते हैं तो चिंता, भय या घबराहट हो जाती है.

-अगर आपको अपना फोन नीचे रखना पड़े या आपको पता चले कि आप कुछ समय तक इसका उपयोग नहीं कर पाएंगे, तो चिंता और घबराहट होने लगती है/

-जब आप अपना फोन नहीं देख पाते तो चिड़चिड़ापन, तनाव या चिंता होने लगती है.

शारीरिक लक्षणों में शामिल हैं-

-आपके सीने में जकड़न

-सामान्य रूप से सांस लेने में परेशानी होना

-कांपना 

-पसीना बढ़ जाना

-बेहोशी, चक्कर आना 

-तेज धड़कन

क्या है इसका कारण? 

नोमोफोबिया को आधुनिक फोबिया माना जाता है. दूसरे शब्दों में, यह टेक्नोलॉजी पर बढ़ती निर्भरता और इस चिंता से उपजा है कि अगर आप अचानक आवश्यक जानकारी तक नहीं पहुंच पाते तो क्या हो सकता है. नोमोफोबिया के बारे में मौजूदा जानकारी से पता चलता है कि यह किशोरों और युवा लोगों में ज्यादा देखा जा रहा है. 

हालांकि, विशेषज्ञों ने अभी तक नोमोफोबिया का कोई कारण नहीं खोजा है. बल्कि, उनका मानना ​​है कि कई कारक योगदान दे सकते हैं.

कैसे किया जा सकता है इसका उपचार? 

अगर आप अपने आप में नोमोफोबिया के कुछ लक्षणों को पहचानते हैं, तो किसी चिकित्सक से बात करने से मदद मिल सकती है. बार-बार अपने फोन का उपयोग करना या अपने पास फोन न होने की चिंता का मतलब यह नहीं है कि आपको नोमोफोबिया है. लेकिन अगर आपको छह महीने या उससे अधिक समय से लक्षण हैं, तो किसी से बात करना जरूरी है. अगर आप ज्यादा परेशानी महसूस कर रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
 

 

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