वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अनुसार, पिछले कुछ सालों में शाकाहार (Vegetarianism) धीरे-धीरे बढ़ रहा है, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में. उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स की एमएससी (आहार विशेषज्ञ) डॉ. एकता सिंहवाल ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से कई मांसाहारी लोग शाकाहार की ओर रुख कर रहे हैं. इन कारणों में नैतिक और पर्यावरणीय वजहों से लेकर स्वास्थ्य संबंधी फायदे और यहां तक कि पौधों-बेस्ड विकल्पों की बढ़ती संख्या भी शामिल है.
हालांकि, मीट और अन्य मांसाहारी खाने का सेवन बंद करने के कई फायदे हैं. विभिन्न प्रकार के पौधे-आधारित फूड प्रोडक्ट्स को अपनी डाइट में शामिल करके, आप पूरा पोषण ले सकते हैं. अगर आप एक महीने के लिए मांसाहारी खाना बंद कर दें तो आप अपने शरीर में तुरंत इन पांच बदलावों को महसूस करेंगे.
डाइजेशन बेहतर होगा
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पौधे आधारित फूड प्रोडक्ट्स में ज्यादा फाइबर होता है, जो स्वस्थ पाचन को बढ़ावा दे सकता है और कब्ज को रोक सकता है. फाइबर का सेवन बढ़ाने से कब्ज से राहत मिल सकती है और डाइजेशन नियमित और अच्छा होता है.
वज़न होगा मैनेज
प्लांट-बेस्ड डाइट लेने से वजन के मैनेजमेंट या वजन घटाने में मदद मिल सकती है, क्योंकि प्लांट-बेस्ड फूड प्रोडक्ट्स आम तौर पर मीट प्रोडक्ट्स की तुलना में कम कैलोरी डेनस्टी वाले होते हैं. साथ ही, फाइबर में भरपूर होते हैं, जिन्हें खाकर आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ फील होता है और इससे आपका कुल कैलोरी सेवन कम होता है.
जलन कम होना
एनिमन-बेस्ड फूड से, खासकर कि ऐसे प्रोसेस्ड फूड से शरीर में जलन बढ़ती है. लेकिन प्लांट-बेस्ड डाइट लेने से ऐसा कुछ नहीं होता है. इससे जलन से संबंधित बीमारियों से भी राहत मिलती है.
कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होना
पशु-आधारित खाद्य पदार्थ, खासकर सेचुरेटेड और ट्रांस फैट से भरा हुआ खाना कोलेस्ट्रॉल का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं. इनके सेवन को खत्म करने या कम करने से, ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार हो सकता है, जिससे दिल संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो सकता है.
बढ़ाया एंटीऑक्सीडेंट सेवन
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, पौधे-आधारित आहार शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सेलुलर नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं. फलों, सब्जियों, नट्स और बीजों का ज्यादा सेवन आपके एंटीऑक्सीडेंट सेवन को बढ़ावा दे सकता है, जिससे हेल्थ अच्छी होगी और बीमारियों का खतरा कम होगा.
ऊर्जा लेवल बढ़ेगा
प्लांट-बेस्ड डाइट से विटामिन, मिनरल्स और कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं जो पूरे दिन ऊर्जा लेवल हाई बनाए करने में मदद कर सकते हैं.
कैंसर के खतरे से जुड़ा है प्रोसेस्ड नॉन-वेज फूड
एक्सपर्ट्स का कहना है कि मांसाहारी भोजन, खासकर प्रोसेस्ड और लाल मांस, कैंसर सहित कुछ बीमारियों के बढ़ते खतरे से जुड़ा हुआ है. प्रोसेस्ड मीट, जैसे बेकन, सॉसेज और डेली मीट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया है. वे कोलोरेक्टल कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़े हैं. गोमांस, सूअर का मांस और भेड़ जैसे लाल मांस को भी कोलोरेक्टल, पैनक्रियाटिक और प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ते खतरे से जोड़ा गया है.
हालांकि, इस बारे में और रिसर्च होना बाकी है क्योंकि अभी भी पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, खाना पकाने के दौरान बनने वाले हीम आयरन, नाइट्राइट और हेट्रोसायक्लिक एमाइन जैसे कारक भूमिका निभा सकते हैं. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी मांसाहारी फूड में समान स्तर का जोखिम नहीं होता है, और मध्यम खपत, विशेष रूप से कम वसा वाले मांस और मछली, अभी भी हेल्दी डाइट का हिस्सा हो सकते हैं.