हमारे देश में आज भी ज्यादातर लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं किफायती नहीं हैं. बहुत बार लोगों को अलग-अलग अस्पतालों के धक्के खाने पड़ते हैं. हालांकि, प्रशासन लगातार इसी कोशिश में है कि स्वास्थ्य सुविधाओं को लोगों के लिए आसान बनाया जाए. इसी के तहत देश में जनऔषधि, आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं चल रही हैं.
और अब दिल्ली सरकार दिल्लीवासियों के लिए एक और नई पहल कर रही है. जिससे दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाएं लेना आसान हो जाएगा. जी हां, बहुत जल्द केजरीवाल सरकार लोगों के लिए E-Health Card जारी करने जा रही है. इस योजना पर पिछले 2 साल से काम हो रहा है. लेकिन कोरोना के कारण लगातार देरी हो रही थी. लेकिन इस बार सरकार ने ठान लिया है कि अगले साल तक दिल्ली में Health Information Management System (HIMS) को लागू किया जाएगा और इससे पहले नागरिकों को ई-हेल्थ कार्ड दिए जाएंगे.
सितंबर में बंट सकते हैं ई-हेल्थ कार्ड
बताया जा रहा है कि HIMS लागू करने से कुछ माह पहले केजरीवाल सरकार लोगों को ई-कार्ड जारी करेगी. हालांकि, पहले साल में लोगों को अस्थायी ई-कार्ड दिए जाएंगे. इसके बाद, एक साल में लोगों के घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा और नागरिकों की सभी जानकारी का सत्यापन किया जाएगा. और फिर QR कोड आधारित स्थायी ई-हेल्थ कार्ड बांटे जाएंगे.
इसके लिए लोगों को अस्पतालों या दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि अस्पतालों और अन्य निर्धारित स्थानों पर हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे. फिर घर-घर सत्यापन कर हेल्थ कार्ड बांटे जाएंगे. साल 2023 में मार्च के महीने तक दिल्ली सरकार की योजना HIMS को लागू करने की है. इसलिए इस साल सितंबर के महीने तक लोगों को ई-हेल्थ कार्ड मिल जाएंगे. आपको बता दें कि सरकार ने हेल्थ कार्ड के लिए साल 2018 में कैबिनेट का मंजूरी दी थी.
18 या ज्यादा उम्र के लोगों को फ्री में मिलेगा कार्ड
आपको बता दें कि 18 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोगों को ई-हेल्थ कार्ड मुफ्त में मिलेगा. वहीं, 18 से कम उम्र के बच्चों का ई-हेल्थ कार्ड माता-पिता के कार्ड से ही लिंक किया जाएगा. ई-हेल्थ कार्ड में आपकी सभी मेडिकल हिस्ट्री होगी. आपकी सभी हेल्थ रिपोर्ट इस कार्ड से लिंक की जाएंगी. और मरीजों को हर जगह अपनी रिपोर्ट्स लेकर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
इसका मतलब है कि अग आपने एक सरकारी अस्पताल में इलाज कराया है और अब दूसरे सरकारी अस्पताल में जा रहे हैं तो आपकी सभी मेडिकल रिपोर्ट्स दूसरे अस्पताल के पास भी उपलब्ध होंगी. फिलहाल, यह योजना सरकारी अस्पतालों के लिए है, लेकिन आने वाले कुछ समय में सभी निजी अस्पतालों को भी इसमें शामिल किया जाएगा.
क्या होंगे फायदे
बात अगर HIMS और ई-हेल्थ कार्ड के फायदों की करें तो सबसे पहला फायदा है कि मरीज की बीमारी से संबंधित सभी जानकारी एक क्लिक पर मिल जाएगी. आप किसी भी अस्पताल में जाएं लेकिन HIMS होने से डॉक्टर को आपके पहले इलाज के बारे में पता चल जाएगा और इसके आधार पर वे आगे इलाज कर सकेंगे.
साथ ही, यह सिस्टम होने से इलाकों के आधार पर हो रहीं रेगुलर बीमारियों के बारे में जाना जा सकेगा. और स्वास्थ्य विभाग सही कदम उठा सकेगा.