पालक अपनी हरी पत्तियों और ढेर सारे फायदों के लिए जाना जाता है. आज ये हमारी डाइट के हिस्सा बन गया है. विटामिन और खनिजों से भरपूर, पालक को दिल के लिए, हड्डियों की मजबूती करने के लिए जाए जाता है. इतना ही नहीं इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्लेवोनोइड्स शरीर को सूजन से लड़ने में मदद करते हैं. साथ ही दिल की कई बीमारियों से बचाने का काम भी करता है. पालक को लोग जूस, सलाद और स्मूदी के रूप में भी खाते हैं. हालांकि, न्यूट्रिशन एक्सपर्ट ने इसे लेकर चेतावनी दी है.
पालक को लेकर चेतावनी
हालिया चेतावनियों में इस पत्तेदार हरे रंग के पालक को कच्चे रूप में खाने के मामले में सावधानी बरतने को कहा गया है. जहां पालक कई तरह के फायदे पहुंचाता है, तो वहीं इसके संभावित खतरे भी हैं. खासकर जब कच्चा खाया जाता है. हेल्थ कोच डिंपल जांगड़ा ने इसे लेकर एनडीटीवी को बताया कि पालक में ऑक्सालेट मौजूद होता है. जिसे शरीर के लिए अब्सॉर्ब करना बहुत मुश्किल होता है.
एक गिलास पालक का रस या पालक की स्मूदी 8-10 गुना ऑक्सालेट कंपाउंड के बराबर होती है. इसे आपका शरीर संभाल नहीं सकता है. ऐसे में ये शरीर में कैल्शियम के साथ जुड़ जाता है और आपकी किडनी और गॉल ब्लैडर में पथरी का कारण बनता है.
पालक बना सकता है पथरी
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूट्रिशन एक्सपर्ट नमामी अग्रवाल एक इंस्टाग्राम वीडियो में कच्चे पालक के सेवन के जोखिमों पर जोर देती हैं. वह बताती हैं कि पालक में ऑक्सालिक एसिड मिनिरल अब्सॉर्प्शन, विशेष रूप से कैल्शियम और आयरन में गड़बड़ी कर देता है. इसकी वजह से किडनी की पथरी बन सकती है. जबकि कई लोग पालक को स्मूदी में मिलाना पसंद करते हैं, जो पथरी बनाने का ही काम करता है.
कच्चे पालक के संभावित खतरे
एक्सपर्ट्स की मानें तो, कच्चा पालक खाने से अपच, सूजन, गैस, पेट फूलना, कब्ज, दस्त जैसी पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. यह ब्रेस्ट टिश्यू में भी कमा हो सकता है और महिलाओं के लिए कई सारी समस्याएं पैदा कर सकता है. इसे लेकर न्यूट्रिशन एक्सपर्ट ने कहा, "हालांकि यह आपको एकदम से राहत दे सकता है, लेकिन असल में ये आपको पेट संबंधी परेशानी दे रहा है."
पालक खाने का तरीका क्या है?
पालक खाने का सबसे अच्छा तरीका इसे उबालने या ब्लांच करना है. इससे न केवल इसका पोषण बरकरार रहता है बल्कि ये खाने लायक भी हो जाता है. कच्चे पालक की तुलना में पके हुए पालक में आयरन, बीटा-कैरोटीन, ल्यूटिन, विटामिन और मिनिरल की मात्रा बढ़ जाती है. इसके अलावा, आप पालक को हल्का पका सकते हैं. इससे ऑक्सालेट का लेवल 30% से 87% तक कम हो जाता है.