कोरोना के खिलाफ जारी जंग के बीच राहत की खबर है. यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (European Medicines Agency) ने कोविड-19 (Covid-19) के इलाज के लिए दो तरह के एंटीबॉडी ट्रीटमेंट को मंजूरी दे दी है. ड्रग्स मामलों पर यूरोपियन यूनियन की निगरानी संस्था यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने गुरुवार को बयान जारी कर यह जानकारी दी. अमेरिकी बायोटेक फर्म ‘रेजेनरॉन’ के साथ स्विस फार्मा दिग्गज ‘रोश’ द्वारा बनाए गए ‘रोनाप्रेव’ और दक्षिण कोरिया के ‘सेलट्रियन’ द्वारा विकसित ‘रेगकिरोना’ यूरोप में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के लिए उम्मीद की किरण बनकर आए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है वकालत
बयान के मुताबिक यूरोपियन यूनियन ने मोनोक्लोनल एंटीबॉडी Regeneron-Roche कॉकटेल और Celltrion के एंटीबॉडी इलाज को हरी झंडी दे दी है. बताया जा रहा है कि कोरोना के मरीजों के एंटीबॉडी इलाज के लिए यह पहली मंजूरी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए एंटीबॉडी इलाज की वकालत कर चुका है. WHO ने कोरोना मरीजों के लिए कैसिरिविमैब और इम्डेविमैब के कॉम्बिनेशन से इलाज की सिफारिश की है.
यूरोप को छोड़ दुनिया में कोरोना केसेस हुए हैं कम
WHO की ताजा रिपोर्ट के मुतबिक यूरोप के देशों में कोरोना के मामले पिछले एक हफ्ते में 10% तक बढ़े हैं. इसके साथ ही कोरोना की वजह से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है. पूरी दुनिया में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, तुर्की और जर्मनी में आ रहे हैं. अगर यूरोपीय देशों को छोड़ दिया जाए तो बाकी दुनिया में कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े 4 फीसदी तक कम हुए हैं.
साल के अंत तक पांच नए उपचारों को मंजूरी देना है लक्ष्य
यूरोपीय संघ की हेल्थ कमिश्नर स्टेला क्यारीकाइड्स ने कहा कि बीमारी के खिलाफ दो दवाओं की मंजूरी एक "महत्वपूर्ण कदम" है. उन्होंने एक बयान में कहा, "लगभग सभी सदस्य राज्यों में बढ़ते हुए कोविड -19 संक्रमण को देखते हुए, हमारी COVID-19 चिकित्सीय रणनीति के तहत कई उपचारों का विकास होना आशा देता है”. उनके अनुसार यूरोपीय संघ का लक्ष्य साल के अंत तक पांच नए उपचारों को मंजूरी देना है.