Explainer: एक्सपायर दवाइयों से क्या होता है? जानिए इससे जुड़े मिथक और तथ्य

हम सब जानते हैं कि दवा एक्सपायर होने के बाद न ही दी जाती है और न ही ली जाती है. लेकिन एक्सपायरी दवाएं अगर गलती से ले ली जाएं तो यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं. इसलिए सेहत का ध्यान रखें.

Expiry date medicines
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 01 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 2:38 PM IST

आज के जमाने में हर किसी घर में एक मेडिसिन बॉक्स होता है जिसमें बैंडेड, पट्टी से लेकर सिर दर्द, बुखार आदि की सामान्य दवाएं होती हैं ताकि जरूरत पड़ने पर कोई परेशानी न हो. इस डिब्बे में बहुत बार दवाइयां रखे-रखे एक्सपायर हो जाते हैं और हम उन्हें कचरे के डिब्बे में फेंक देते हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि किसी दवा के एक्सपायर हो जाने के बाद क्या होता है? क्या यह उल्टा असर करती है? क्या इसका असर नहीं होता है? या यह जहरीली हो जाती हैं? 

कैसे तय की जाती है किसी दवा की एक्सपायरी डेट 
किसी भी दवा की एक्सपायरी तारीख का मतलब उस समय सीमा से है जिसमें यह सुरक्षित, प्रभावकारी और गुणवत्ता वाली होती हैं. दवाओं की सुरक्षा, प्रभावकारिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए दवाओं की समाप्ति तिथि ट्रायल्स और स्टैंडर्ड के माध्यम से निर्धारित की जाती है. फार्मास्युटिकल निर्माता अपने उत्पादों पर व्यापक स्थिरता का परीक्षण करते हैं ताकि यह आकलन किया जा सके कि वे विभिन्न स्टोरेज कंडीशन्स के तहत समय के साथ कैसे ख़राब होते हैं. 

इसमें रियल-वर्ल्ड अनुभवों के लिए दवाओं को तापमान, आर्द्रता, प्रकाश और ऑक्सीजन के स्तर जैसे कारकों के संपर्क में लाना शामिल है. इन स्टडीज के माध्यम से, वैज्ञानिक यह निर्धारित करने के लिए दवा के केमिकल कंपोजीशन, पोटेंसी और भौतिक विशेषताओं की निगरानी करते हैं कि किस समय के बाद यह गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं कर सकती है.

क्या होता है जब आप एक्सपायर्ड दवाएं खाते हैं? 
एक्सपायरी तारीख के बाद दवाओं का सेवन संभावित रूप से बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है. हालांकि, परेशानी कितनी गंभीर है और क्या इसका प्रभाव है, यह बात इस पर निर्भर करती है कि दवा क्या है और यह कितनी पुरानी है. समय के साथ दवाओं का केमिकल कंपोजीशन बदल सकता है, जिससे उल्टा रिएक्शन हो सकता है जैसे रैशेज होना आदि. पुरानी दवाओं में माइक्रोबियल इंफेक्शन या बैक्टीरिया का विकास भी हो सकता है, खासकर अगर गलत तरह से रखा गयी हो. ऐसी दवाओं के सेवन से संक्रमण या अन्य स्वास्थ्य संबंधी खतरों का खतरा हो सकता है. 

कभी न लें ये एक्सपायर्ड दवाएं
कई प्रकार की एक्सपायर्ड दवाएं स्वास्थ्य के लिए रिस्की हो सकती हैं. अगर एक्सपायरी डेट के बाद इन दवाओं का सेवन किया जाए तो स्वास्थ्य पर इसका गलत असर समय के साथ दवा के केमिकल कंपोजीशन में आए बदलाव के आधार पर अलग-अलग हो सकता है. हालांकि, कुछ दवाएं ऐसी है जो काफी ज्यादा हानिकारक हो सकती हैं. 

1. एक्सपायर्ड एंटीबायोटिक्स बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने में अपनी प्रभावशीलता खो देती हैं. और इन एक्सपायर्ड एंटीबायोटिक्स को लेने से इंफेक्शन का ट्रीटमेंट सही नहीं होता है, जिससे बैक्टीरिया प्रतिरोध विकसित कर सकते हैं. इसके कारण लंबी बीमारी हो सकती है, इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकती है और एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी बैक्टीरिया शरीर में फैल सकता है. यह पब्लिक हेल्थ के लिए रिस्की हो सकता है. 

2. एक्सपायर्ड इंसुलिन और हार्मोनल दवाओं की पोटेंसी खत्म हो सकती है, जिससे डायबिटीज या हार्मोनल असंतुलन जैसी कंडीशन सही से मैनेज नहीं होती हैं. गलत खुराक के कारण ब्लड शुगर कम-ज्यादा होना या कोई अन्य हार्मोनल परेशानी हो सकती है.  

3. हृदय रोगों के लिए समाप्त हो चुकी दवाएं, जैसे एनजाइना के लिए नाइट्रोग्लिसरीन या बीपी की दवाएं, रिस्की हो सकती हैं. एक्सपायर्ड एपिनेफ्रिन ऑटो-इंजेक्टर (एनाफिलेक्सिस जैसी गंभीर एलर्जी रिएक्शन के लिए उपयोग किए जाने वाले) की पोटेंसी खत्म हो जाती है. 

4. इसके अलावा, एक्सपायर्ड इंजेक्शन, आई ड्रॉप और ईयर ड्रॉप, कीमोथेरेपी दवाएं आदि भी स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकती हैं. 

एक्सपायरी तारीख के बाद दवाएं होती हैं इफेक्टिव?
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दवाएं अपनी एक्सपायरी तारीख के बाद थोड़े समय तक प्रभावी हो सकती हैं. हालांकि, उपचार के लिए एक्सपायरी दवाओं पर निर्भर रहने की सलाह नहीं दी जाती है. स्टडीज से पता चला है कि एक्सपायरी दवाएं समय के साथ खराब हो सकती हैं. समय के साथ, दवा के भीतर रासायनिक परिवर्तन हो सकते हैं, जिससे यह इलाज में कम प्रभावी हो जाती है. हालांकि एक्सपायरी दवाएं अगर लास्ट डेट के तुरंत बाद उपयोग की जाती हैं तो जरूरी नहीं कि वे नुकसान पहुंचाएं. लेकिन इन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है. 

क्या एक्सपायर हो चुके हर्बल या प्राकृतिक सप्लीमेंट सुरक्षित हैं?
हर्बल और प्राकृतिक सप्लीमेंट भी समय के साथ खराब हो सकते हैं और उनकी एक्सपायरी डेट के बाद उनकी पोटेंसी कम हो सकती है. 

क्या एक्सपायर हो चुकी दवाओं को रिसाइकल किया जा सकता है?
नियमित घरेलू कचरे के साथ एक्सपायरी दवाओं को रिसायकल करने की सलाह नहीं दी जाती है. पर्यावरण प्रदूषण को रोकने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए फार्मास्युटिकल कचरे को विशेष हैंडलिंग और निपटान के तरीकों की जरूरत होती है. फार्मेसियों, हेल्थकेयर सर्विसेज या सरकारी एजेंसियों के 'ड्रग टेक-बैक' कार्यक्रम, समाप्त हो चुकी दवाओं के लिए सुरक्षित और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार डिस्पोडल ऑप्शन हैं. 

क्या एक्सपायर्ड मलहम या ऑइंटमेंट का उपयोग करना सुरक्षित है?
समय के साथ इसका कंपोजीशन और प्रभावशीलता में बदलाव के कारण एक्सपायरी मलहम का उपयोग करने के कई संभावित परिणाम हो सकते हैं. सबसे पहले, एक्सपायर्ड मलहम अपनी पोटेंसी खो सकते हैं. इससे माइक्रोबियल इंफेक्शन का खतरा होता है. 

अगर एक्सपायरी दवा ले ली तो क्या करें? 
अगर एक्सपायरी दवा गलती से ली जाती है, तो जोखिमों को कम करने के लिए उचित कदम उठाना महत्वपूर्ण है. सबसे पहले, शांत रहें और किसी भी उल्टी प्रतिक्रिया या लक्षण पर नज़र रखें. हालांकि ज्यादातर समाप्त हो चुकी दवाएं तुरंत गंभीर नुकसान नहीं पहुंचा सकती हैं, लेकिन अलर्ट रहना जरूरी है. कुछ मामलों में, तुरंत मेडिकल हेल्प लेने की सलाह दी जाती है.

 

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