कोविड-19 महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है. कुछ एशियाई और यूरोपीय देशों में अभी भी Omicron के sub-variant BA.2 का खतरा देखा जा सकता है जोकि चौथी लहर का कारण बन सकता है. हाल ही में एक और घातक और तेजी से फैलने वाले कोविड संस्करण XE का पता चला है. इस बात की जानकारी खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने दी है.
XE को ओमिक्रॉन के नए सब वेरिएंट जिसे स्टील्थ ओमिक्रॉन भी कहा जा रहा है उससे दस गुना ज्यादा खतरनाक है. सभी स्वास्थ्य संगठन इस नए वैरिएंट को लेकर सतर्क हो गए हैं. हालांकि इसे अभी तक चिंता का एक रूप नहीं माना गया है, डब्ल्यूएचओ इसकी गंभीरता की अभी भी जांच कर रहा है. एशिया और यूरोप के कई देश कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रहे हैं. सबसे ज्यादा खराब स्थिति साउथ कोरिया की है जहां रोजाना 5 लाख केस मिल रहे हैं. वहीं चीन में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है.
ओमिक्रॉन के BA.1 और BA.2 के मेल से बना है XE
WHO ने काफी समय पहले इस बारे में बताया था कि कोविड-19 के वेरिएंट्स नए वेरिएंट को जन्म देने के लिए एक साथ आ रहे हैं. कुछ दिनों पहले ओमिक्रॉन और डेल्टा के मेल से डेल्टाक्रॉन वेरिएंट बना था. अब ओमाइक्रोन में दो सब वेरिएंट BA.1 और BA.2 ने मिलकर XE वेरिएंट बनाया है. ऐसा माना जाता है कि एक कॉम्बिनेशन तभी बनता है जब कोई व्यक्ति एक से अधिक प्रकार से संक्रमित हो जाता है.
कितना खतरनाक है XE वायरस?
चूंकि कई देशों में महामारी की चौथी लहर की स्थिति बनी हुई है, इसलिए यह वायरस चिंता का विषय बना हुआ है. हालांकि, यूके स्वास्थ्य एजेंसी के मुख्य चिकित्सा सलाहकार सुसान हॉपकिंस ने कहा, "कोरोनावायरस के अन्य प्रकारों के साथ जुड़ने से बनने वाले ऐसे वेरिएंट ज्यादा घातक नहीं होते हैं और जल्दी मर जाते हैं."
क्या XE'चिंता का रूप' है?
WHO ने अपनी नई रिपोर्ट में इस नए वेरिएंट पर प्रकाश डाला है. इसके अब तक कुल 637 मामले मिले हैं. यह वायरस यूके में पाया गया है. इनमें से पहला नमूना 19 जनवरी, 2022 को मिला था. इसकी गंभीरता पर हॉपकिंस का कहना है कि हम अभी तक पुष्टि नहीं कर सकते हैं कि यह कितना घातक है और इससे कितना नुकसान हो सकता है क्योंकि इसकी गंभीरता के बारे में निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं.
XE की फैलने की क्षमता
XE वैरिएंट को अत्यधिक ट्रांसमिसिबल कहा जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह Omicron वेरिएंट से 10 गुना ज्यादा ट्रांसमिसिबल है. अब तक ओमिक्रॉन को सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट माना जा रहा था. ओमिक्रॉन के फैलने की दर इतनी अधिक थी कि कुछ ही समय में इसने पूरी दुनिया में कोविड के मामलों की एक पूरी लहर पैदा कर दी.
डब्ल्यूएचओ कर रहा है मॉनिटर
डब्ल्यूएचओ अभी इस नए वेरिएंट की निगरानी कर रहा है और इसके बारे में और जानकारी जुटाने में लगा हुआ है. स्वास्थ्य संगठन इस बात की जांच कर रहा है कि क्या वायरस के अभी और पिछले वेरिएंट के बीच ट्रांसमिशन और गंभीरता में कोई खास अंतर है.