Chai-Pakora Combination: बारिश के मौसम का फेवरेट स्नैक्स आपको पहुंचा सकता है नुकसान, आखिर क्यों आपकी हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है चाय-पकोड़ा कॉम्बिनेशन

सबसे बड़ी समस्या डीप-फ्राइंग प्रोसेस में है. जब किसी भी चीज को तला जाता है तो वो तेल को अपने अंदर एब्सॉर्ब कर लेती. ये इसे अनहेल्दी बनाती है. इससे हमारे शरीर में अनहेल्दी फैट जाता है.

Chai-Pakora (Photo:Getty Images)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 जून 2024,
  • अपडेटेड 2:43 PM IST
  • डीप-फ्राइंग प्रोसेस में है समस्या 
  • दोनों पहुंचा सकते हैं आपको नुकसान 

चाय और पकौड़ा- यह एक क्लासिक जोड़ी है जो बरसाती दिनों में सभी की पहली पसंद होती है. कई लोगों के घरों में तो बारिश का नाम आते ही गैस पर चाय और पकौड़े के लिए कढ़ाई चढ़ जाती है. हालांकि, सबका फेवरेट स्नैक कॉम्बिनेशन होने के बावजूद हमें इसपर विचार करना चाहिए कि यह हमारी सेहत के लिए कितना अच्छा है? 

पकौड़े, मूल रूप से सब्जियों, पनीर, या यहां तक ​​कि चिकन को आटे के घोल में डुबाकर और डीप फ्राई करके पकौड़े बनाए जाते हैं. लेकिन उनकी बढ़ी हुई कैलोरी और फैट के बारे में बहुत कम लोग सोचते हैं.  इस्तेमाल की गई सामग्री और तलने के तेल के आधार पर, एक सर्विंग में 150 से 300 कैलोरी या ज्यादा तक हो सकती है.

डीप-फ्राइंग प्रोसेस में है समस्या 

हालांकि, सबसे बड़ी समस्या डीप-फ्राइंग प्रोसेस में है. जब किसी भी चीज को तला जाता है तो वो तेल को अपने अंदर एब्सॉर्ब कर लेती. ये इसे अनहेल्दी बनाती है. इससे हमारे शरीर में अनहेल्दी फैट जाता है. इस तरह के फैट को रोज खाने से आपको मोटापा, हार्ट की बीमारी और टाइप 2 डायबिटीज समेत कई समस्या होने लगती है. ट्रांस फैट, जो अक्सर तले हुए खाने में पाए जाते हैं, काफी नुकसान हैं पहुंचाते हैं. वे शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा सकते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकते हैं.

दोनों पहुंचा सकते हैं आपको नुकसान 

पकौड़े के साथ एक और बड़ी चिंता उनका ग्लाइसेमिक लोड है. मुख्य रूप से चने के आटे से बने और अक्सर स्टार्च वाली सब्जियों या पनीर के साथ, पकौड़े ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा सकते हैं. ऐसे में पहले से बीमार व्यक्ति को ये नुकसान कर सकता है. इसे खाकर आप नाश्ते के बाद थका हुआ और सुस्त महसूस कर सकते हैं. 

वहीं, अगर चाय का ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाए, तो पाचन प्रक्रिया खराब हो सकती है. चाय में मौजूद कैफीन गैस्ट्रिक एसिड को बनाने में  मदद करता है, जिससे एसिडिटी और पाचन से जुड़ी परेशानी हो सकती है. इसके अलावा, चाय में मौजूद टैनिन खाने के प्रोटीन और आयरन को एक साथ जोड़ या बांध सकता है, जिससे उन्हें पचाना और एब्सॉर्ब करना मुश्किल हो जाता है. 

हर्बल चाय पर कर सकते हैं स्विच 

नियमित चाय से हर्बल चाय पर स्विच करना एक फायदेमंद बदलाव हो सकता है. हर्बल चाय आम तौर पर कैफीन फ्री होती है. इसमें कम टैनिन होते हैं. अदरक, पुदीना, या कैमोमाइल जैसी चाय पाचन में सहायता कर सकती है. ऐसे में आप पारंपरिक चाय से जुड़े नुकसान के बिना आप पकौड़े के साथ इसे खा सकते हैं. 

 

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