उत्तराखंड के जाड़े और गरमा गरम खाना... ऐसे पहाड़ी पकवान जो आपकी सेहत के साथ आपके स्वाद का भी रखते हैं ख्याल

जिस तरह से उत्तराखंड की खूबसूरती के चर्चे पूरी दुनिया में रहते हैं, उसी तरह यहां का खाना भी काफी लोकप्रिय है. बाहर कड़ाके की ठंड हो और आपकी रसोई में ये पकवान बन रहे हों तो आपका दिन बन सकता है. बारिश में जैसे पकोड़े खाए जाते हैं, वैसे ही यहां जाड़ों में यह पकवान खाए जाते हैं.

जाड़ों में खाया जाने वाला स्वादिष्ट पहाड़ी खाना.
तनुजा जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 9:27 PM IST
  • उत्तराखंड का खाना है काफी लोकप्रिय
  • जाड़ों में उत्तराखंड में खाया जाता है ये लोकप्रिय खाना

उत्तराखंड एक पहाड़ी राज्य है. यहां सर्दियों में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ती है. लोग इस सर्दी के सितम से बचने के लिए केवल अलाव ही नहीं बल्कि इन पकवानों का भी सहारा लेते हैं. जी हां, उत्तराखंड के कुछ खास ऐसे पकवान हैं, जिनकी तासीर बेहद गर्म होगी है. यह केवल राज्य तक ही नहीं बल्कि हर जगह फेमस हैं.

जिस तरह से उत्तराखंड की खूबसूरती के चर्चे पूरी दुनिया में रहते हैं, उसी तरह यहां का खाना भी काफी लोकप्रिय है. यह खाना न केवल स्वादिष्ट होता बल्कि पौष्टिक भी होता है. यह आपको सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं से भी बचाने का काम करते हैं. 

1- गहत की दाल 

बाहर जोरदार ठंड पड़ रही हो और किचन में बन रही हो गरमा गरम गहत की दाल. यह सर्द मौसम में लजीज मानी जाने वाली दालों में से एक है. केवल खाने में स्वादिष्ट ही नहीं ये आपकी पथरी का भी उपचार करने में खूब मदद करती है. उत्तराखंड में 12,319 हेक्टेयर क्षेत्रफल में इसकी खेती की जाती है. पहाड़ी क्षेत्र में गहत दाल दो प्रजातियां... काली और भूरी के रूप मे प्रचलित है. गहत का वानस्पतिक नाम डौली कॉस बाईफ्लोरस है. कुमाऊंनी में इसे गहत व हिंदी मे कुल्थी नाम से जाना जाता है.

2- भट्ट की दाल / भट्ट या चैंसु

भट्ट की दाल एक फेमस पहाड़ी रेसिपी है. यह उत्तराखंड के हर घर में खाई जाने वाली दाल है, जोकि जाड़ों में लोगों को खूब पसंद आती है. भट्ट की दाल को चूड़कानी (Churdkani) कहा जाता है. इसे बनाना भी काफी आसान होता है. साथ ही इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसकी तासीर गर्म होती है. माना जाता है कि अगर इसे लोहे की कढ़ाई में बनाया जाए तो इसके फायदे और बढ़ जाते हैं. इसमें प्रोटीन, खनिज, विटामिन बी और विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है. 

3- पालक का कापा

पालक खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है लेकिन, अगर इसे उत्तराखंडी स्टाइल में बनाया जाए तो इसकी बात ही कुछ अलग होती है. यहां पालक से एक स्वादिष्ट पकवान बनाया जाता है, जिसे कहते हैं पालक का कापा. यह आपका वजन घटाने में भी मददगार साबित होता है. पालक एक कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है, जिसे आहार में शामिल कर वजन आसानी से घटाया जा सकता है. कैंसर के लिए भी पालक का प्रयोग फायदेमंद साबित हो सकता है. आंखों की समस्या से बचे रहने के लिए भी आपको पालक के फायदे लाभ पहुंचा सकते हैं. हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए यह सबसे ज्यादा फायदेमंद है. 

4- मंडुवे की रोटी

अगर हम सब उत्तराखंड के पुराने खान-पान को अपनी जिन्दगी का हिस्सा बना लें तो हम आधी से ज्यादा बीमारियों को आसानी से दूर कर सकते हैं. मंडुवे का आटा भी पुराने खान-पान में से एक है, जोकि पोष्टिक तत्वों से भरपूर अनाज की एक किस्म है, जिसका इस्तेमाल रोटी, सूप, जूस, केक, चॉकलेट, हलुवा , बिस्किटस, चिप्स, और आर्युवेदिक दवा के रूप में भी होता है. पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में इसे जाड़ों के समय खाया जाता है. इसकी रोटी को लोग हरे या भांग के नमक के साथ खाना भी पसंद करते हैं. इसके अनेकों फायदे हैं. यह हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है. इससे आपकी स्किन हमेशा जवां और खूबसूरत बनी रहती है. 

5- बड़ी की सब्जी

स्वाद में बदलाव के लिए बड़ी का साग या रसेदार सब्जी बनाना उत्तराखंड की रसोईयों का सैकड़ों साल पुराना आजमाया हुआ नुस्खा है. जब आप हर तरह की दाल खाकर पक जाएं तब आप अपनी रसोई में बड़ी की सब्जी बनाकर परिवार वालों को खुश कर देते हैं. इसके टेस्ट की बात करें तो यह खाने में लाजवाब होती है. 

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