क्या है Amyloidosis बीमारी, जिससे जूझ रहे हैं पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ

परवेज मुशर्रफ के परिवार वालों ने ट्वीट कर बताया कि वह एमाइलॉयडोसिस (Amyloidosis )की एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि परवेज का रिकवर होना मुश्किल लग रहा है.

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2022,
  • अपडेटेड 6:57 PM IST
  • परवेज मुशर्रफ की हालत नाजुक
  • एमाइलॉयडोसिस से जूझ रहे हैं परवेज मुशर्रफ

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf)की हालत इनदिनों नाजुक बनी हुई है. इसे लेकर उनके परिवार ने उनके ही ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है कि वह एमाइलॉयडोसिस (Amyloidosis )के कारण पिछले तीन हफ्ते से अस्पताल में भर्ती हैं. हालांकि, उन्होंने बताया कि वह  वेंटिलेटर पर नहीं हैं. 

परवेज मुशर्रफ के परिवार वालों का कहना है कि वह एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं. इसकी रिकवरी इतनी आसान नहीं है, क्योंकि उनके ऑर्गन खराब हो रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि उनकी सेहत को लेकर दुआ मांगे. 

क्या है एमाइलॉयडोसिस ?

एमाइलॉयडोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आपके हार्ट, किडनी, लीवर और अन्य ऑर्गन में अमाइलॉइड प्रोटीन बनने लगता है. अमाइलॉइडोसिस के कई अलग-अलग प्रकार हैं. कुछ हेरिडेट्री होती हैं. लंबे समय तक डायलिसिस के कारण भी यह हो सकता है. यह कई तरह से ऑर्गन को प्रभावित करता है. 

अमाइलॉइड प्रोटीन क्या है ?

अमाइलॉइड आमतौर पर शरीर में नहीं पाया जाता है, लेकिन इसे कई अलग-अलग प्रकार के प्रोटीन से बनाया जा सकता है. अमाइलॉइड एक असामान्य प्रोटीन है, जो आमतौर पर बोन मेरो में बनता है और इसे किसी भी टिशू या ऑर्गन में जमा किया जा सकता है. 

एमाइलॉयडोसिस के लक्षण 

इस बीमारी के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कौन से ऑर्गन प्रभावित हैं. उनमें सूजन, थकान और कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ और सुन्नता, झुनझुनी या हाथों या पैरों में दर्द शामिल हो सकते हैं. 

1- आपके घुटनों और पैरों में सूजन रहना.

2- बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी

3- सांस लेने में किसी भी तरह की तकलीफ होना

4- सांस लेने में तकलीफ के कारण बिस्तर पर सीधे लेटने में तकलीफ 

5- त्वचा में परिवर्तन, जैसे कि मोटा होना या आसानी से चोट लगना, और आंखों के चारों ओर बैंगनी रंग के धब्बे पड़ जाना

6- एक अनियमित दिल की धड़कन 

एमाइलॉयडोसिस का इलाज 

अमाइलॉइडोसिस के प्रकार के आधार पर ही इसका इलाज होता है. इसके लिए किसी तरह का कोई घरेलू उपाय नहीं होता है. आपको दवा लेने की जरूरत पड़ती है. साथ ही इसके बढ़ने पर कीमोथेरेपी या स्टेम-सेल ट्रांसप्लांट ही इसका ऑपशन होता है. 

डॉक्टर को कब दिखाएं ? 

आपको अपने डॉक्टर से सेहत को लेकर समय-समय पर सलाह लेते रहनी चाहिए लेकिन, अगर आपको अमाइलॉइडोसिस से जुड़े लक्षण बार-बार नजर आते हैं तो आपको जरूर अपने डॉक्टर को इसके बारे में अलग से बताने की जरूरत है. 

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