यंग वर्कर्स या फ्रेशर्स के लिए ऑफिस में या अपने वर्कप्लेस में स्ट्रेस लेना काफी कॉमन चीज है. इसमें बिना ब्रेक लिए लगातार काम करने से लेकर, सपोर्ट न करने वाले बॉस, काम का प्रेशर या साथ न देने वाले कलीग जैसी परेशानी शामिल है. अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेस द्वारा किए गए एक शोध अध्ययन में वर्कप्लेस में स्ट्रेस के बारे में बताते हुए कहा कि 40% व्यक्तियों ने बताया कि उनकी वर्क-लाइफ स्ट्रेफुल है. और इसकी वजह से उनकी प्रोडक्टिविटी पर भी असर पड़ता है.
अध्ययन में यह भी सामने आया कि करीब 42% ने बताया कि उनके वर्कप्लेस में चिल्लाना और अन्य मौखिक दुर्व्यवहार भी कॉमन है. ऐसे में चलिए समझते हैं कि वर्कप्लेस में आप अपने स्ट्रेस को कैसे कंट्रोल में रख सकते हैं.
1. साथियों या मैनेजर को अपनी परेशानियों के बारे में बताएं
यह जरूरी है कि आप सबसे पहले ये समझें कि आपके वर्कप्लेस के स्ट्रेस का कारण क्या है. मीटिंग के लिए समय पर तैयार न हो पाना, काम पूरा करने के लिए खाना स्किप करना आदि के लिए अपने मैनेजर से या अपने साथियों से बात करें और इसका उचित समाधान खोजें. अपने साथियों से ये सबकुछ शेयर करने से यह सुनिश्चित होगा कि आप खुद ज्यादा स्ट्रेस नहीं लेंगे.
2. काम के बीच में ब्रेक लें
हालांकि आपको ऐसा लग सकता है कि ब्रेक लेने से आपके काम की स्पीड कम हो जाएगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. नियमित रूप से ब्रेक लेना, ताजी हवा में सांस लेने के लिए बाहर जाना, अपने रूटीन वर्क और शेड्यूल में कुछ आसान एक्सरसाइज शामिल करना आपके तनाव के स्तर में अंतर ला सकता है. साथ ही, सुनिश्चित करें कि आपके काम के घंटे उन घंटों से अलग हैं जो आप फुर्सत में बिताते हैं.
3. शौक और अन्य गतिविधियों के लिए समय निकालें
कोई भी और सभी गतिविधि जो आपको खुशी देती है उसे शौक माना जा सकता है. जो भी आपको पसंद है उस काम में अपना समय जरूर दें. ये न सोचें कि उससे आपका टाइम वेस्ट होगा. इसमें आप लंबी पैदल यात्रा या लंबी सैर पर जाने, व्यायाम करने, खाना पकाने, संगीत या आपकी आत्मा को शांत करने वाली कोई भी गतिविधि को अपना टाएम दे सकते हैं. बस यब जरूरी है कि आप काम पर ज्यादा स्ट्रेस न लें.