आजकल अधिकांश लोगों को रात में सोते समय मोबाइल चलाने की आदत है. इसके चलते नींद के घंटों में कमी आई गई है. यही वजह है कि दिल से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं. हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि पर्याप्त नींद न लेने से लोगों में ह्दय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ रहा है. शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर हर व्यक्ति पर्याप्त नींद ले तो दिल से जुड़ी सभी तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है. 8 घंटे तक सोना अच्छी नींद में शामिल है.
नींद से कम होगा हार्ट अटैक का खतरा
पेरिस स्थित फ्रेंच नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल रिसर्च के प्रोफेसर और इस रिसर्च के प्रमुख डॉ.अबू बकर ने बताया कि इन दिनों कम उम्र के लोगों को भी हार्ट अटैक हो रहा है. खानपान में लापरवाही के अलावा दिनचर्या में अनियमितता सहित कई कारण हैं, जिससे कम उम्र में ही लोगों का दिल कमजोर हो रहा है. डॉ. अबू बकर ने बताया कि स्वस्थ नींद से हृदय संबंधी विकारों से छुटकारा पाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर लोग पर्याप्त नींद लें तो हृदय रोग और स्ट्रोक के हर साल बढ़ रहे मामलों में करीब 72 फीसदी कमी आ सकती है.
किन लोगों पर की गई स्टडी
शोधकर्ताओं ने उम्र, लिंग, शराब का सेवन, व्यवसाय, धूम्रपान, बॉडी मास इंडेक्स, शारीरिक गतिविधि, कोलेस्ट्रॉल स्तर, बीपी, शुगर या अचानक हार्ट अटैक के पारिवारिक इतिहास को शामिल करते नींद के स्कोर और हार्ट अटैक संबंधित घटनाओं का विश्लेषण किया. बेसलाइन पर स्लीप स्कोर में प्रत्येक एक अंक की वृद्धि के लिए कोरोनरी हृदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम 22 फीसदी कम हो गया. यानी जैसे-जैसे नींद के घंटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई, हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो गया. ये अध्ययन हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अच्छी नींद को क्षमता को दर्शाता है.
इस तरह डालें सोने की आदत
समय निर्धारित रहने से शरीर के सोने-जागने के चक्र को व्यवस्थित रखने में मदद मिल सकती है. सोने से पहले कॉफी, चाय, कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें. कमरे के माहौल को आरामदायक और शांत बनाएं. रोज रात में एक ही समय पर नींद लेने की कोशिश करें. योग-व्यायाम जैसी नियमित शारीरिक गतिविधि बेहतर नींद प्राप्त करने में आपके लिए सहायक है.