देश में किन्नर समाज की तरफ़ लोगों का नज़रिया हमेशा से अलग रहा है. किन्नर समाज के लोगों ने सालों से काफ़ी कुछ झेला है और काफ़ी कुछ सहन किया है. किन्नर समाज के लोग लगातार अपने वजूद और अपने हक़ के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. मगर न ही उनको अपना हक़ ठीक से मिल पता है और न ही आम समाज में उनको कोई दर्जा देता है.
जीटी अस्पताल में खुला स्पेशल वार्ड
यहां तक कि स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी किन्नर समाज के लोगों को काफ़ी तकलीफ़ों का सामना करना पड़ता है. किन्नर समाज के होने की वजह से उनको इलाज भी समय पर नहीं मिल पता है. ऐसे में, अब मुंबई में किन्नर समाज के लोगो के लिए मुंबई के गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में शुक्रवार को देश के पहले ट्रांसजेंडर वार्ड की शुरुआत की गई है.
इस हॉस्पिटल में 30 बिस्तरों वाले एक मेडिकल विंग वार्ड का नवीनीकरण किया गया है और समुदाय को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए 150 स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी रखा गया है.
ये हैं सुविधाएं
किन्नर समाज के लिए बनाया गया यह वार्ड सारी सुविधाओं से लेस है. इस वार्ड में लिंग-तटस्थ शौचालय भी उपलब्ध हैं. साथ ही, यहां सेक्स पुनर्मूल्यांकन सर्जरी पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय ट्रांसजेंडर आबादी की सामान्य स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान दिया जाता है.
अस्पताल में एक कानूनी सलाहकार और परामर्शदाता भी नियुक्त किए गए है और वहीं, अस्पताल में रहने के दौरान, उनकी मौजूदा बीमारी के इलाज के साथ-साथ, अस्पताल उनकी सीरो-निगरानी और मानसिक स्वास्थ्य स्थिति के लिए भी जांच की जाएगी.