वायरस को अक्सर बीमार करने वाली और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली चीज के रूप में देखा जाता है. लेकिन शरीर में मौजूद कुछ वायरस ‘अच्छे’ हो सकते हैं. हाल ही में हुई एक रिसर्च में सामने आया है कि हमारे पेट और आंत (Gut health) में मौजूद कुछ वायरस हेल्दी वायरस हैं. आंत में मौजूद वायरस स्ट्रेस को मैनेज करने में मदद कर सकता है. इसे बैक्टीरियोफेज के रूप में जाना जाता है. ये खोज कहीं न कही हमारे दिमाग और पेट या आंतों के बीच एक संबंध बताती है.
स्ट्रेस को करते हैं मैनेज
यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉर्क में एपीसी माइक्रोबायोम आयरलैंड रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं ने आंत से जुड़े इस वायरस पर रिसर्च की है. इसमें बैक्टीरियोफेज-वायरस (Bacteriophages viruses) पर फोकस किया गया. इस रिसर्च के लिए चूहों पर सावधानीपूर्वक प्रयोग किया गया है. जिसके बाद शोधकर्ताओं ने आंत के वायरस में कुछ बदलाव देखे. ये कहीं न कहीं स्ट्रेस को मैनेज (Stress Management) करने में इस वायरस की भागीदारी को दिखा रहा है.
तनाव कम करने के लिए वायरस ट्रांसप्लांट
रिसर्च में सबसे पहले स्वस्थ चूहों में पहले कुछ स्ट्रेस कॉम्पोनेन्ट को डाला गया, और उसके बाद वायरस ट्रांसप्लांट Transplanting Viruses) किया गया. इस ट्रांसप्लांट में देखा गया कि स्ट्रेस हार्मोन के लेवल में कमी आई है. साथ ही तनावग्रस्त चूहों में डिप्रेशन और स्ट्रेस के लक्षण कम हो गए हैं.
तनाव से जूझ रहे व्यक्ति की हो सकती है मदद
हालांकि, ये रिसर्च अभी भी शुरुआती स्टेज में है. आगे की रिसर्च के लिए अब यह जानना जरूरी है कि वायरस ट्रांसप्लांट से किसी व्यक्ति में स्ट्रेस को कम किया जा सकता है या नहीं. इस रिसर्च को लीड करने वाले एपीसी माइक्रोबायोम आयरलैंड के प्रोफेसर जॉन क्रायन ने कहा, "यह देखते हुए कि वाइरोम कम्पोजीशन व्यक्तियों के बीच काफी अलग-अलग होता है, ऐसे में भविष्य के लिए ये रिसर्च स्ट्रेस और उससे जुड़ी परेशानियों को कम करने में मदद कर सकती है."
साथ ही उन्होंने कहा कि एक बात निश्चित रूप से है कि हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि सभी वायरस बुरे नहीं होते हैं. इनमें से कई वायरस स्ट्रेस के समय में हमारे पेट में खराब बैक्टीरिया को दूर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.