Gym Clothes and Chemicals: आपके जिम के कपड़ों से हो सकता है केमिकल्स का रिसाव, जानें एक्सपर्ट्स की राय 

वर्कआउट करते समय हमें बहुत ज्यादा पसीना आता है और इस पसीने में नेचुरल ऑयल होते हैं. ये तेल जब जिम वाले कपड़ों के संपर्क में आते हैं तो जो केमिकल प्लास्टिक मटेरियल में पाए जाते हैं ये ठीक ऐसे ही बन जाते हैं. ये केमिकल हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं.

Gym Clothes and Chemicals
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 20 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 1:30 PM IST
  • कपड़ों से पहुंच सकते हैं केमिकल शरीर के अंदर 
  • प्राकृतिक और जैविक चीजें चुनें

खुद को फिट रखने के लिए लोग जिम जाते हैं. कुछ लोग तो अपनी बॉडी को लेकर इतने सचेत रहते हैं कि वे आधी रात को भी ट्रेडमिल पर अपना फाइट जलाने पहुंच जाते हैं. हालांकि, जिम में पहने जाने वाली योगा पैंट और टी-शर्ट में पसीना भला कौन नहीं भाता? हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखने के लिए जिम जाना एक शानदार तरीका है, लेकिन क्या आपने कभी अपने वर्कआउट रूटीन में छिपे संभावित खतरों पर विचार किया है? जब आप उन ट्रेंडी जिम कपड़ों में पसीना बहा रहे होते हैं, तो आप शायद इस बात से अनजान होते हैं कि उसमें भी एक खतरा छिपा हुआ हो सकता है. 

जिम के कपड़े और केमिकल 

जिम के कपड़ों, मुख्य रूप से सिंथेटिक एक्टिववियर में ऐसे केमिकल हो सकते हैं जो आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं. अक्टूबर 2023 में बर्मिंघम यूनिवर्सिटी की हालिया रिसर्च में भी इस ओर इशारा किया गया है. 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपाल हॉस्पिटल्स की इंटरनल मेडिसिन डॉ. बी शिल्पा नायडू ने बताया कि जिम में वर्कआउट करते समय हमें बहुत ज्यादा पसीना आता है और इस पसीने में अक्सर नेचुरल ऑयल होते हैं. ये तेल जब जिम वाले कपड़ों के संपर्क में आते हैं तो जो केमिकल प्लास्टिक मटेरियल में पाए जाते हैं वैसे बन जाते हैं और उसी तरह रियेक्ट करते हैं. ये केमिकल हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं. और हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं.

कपड़ों से पहुंच सकते हैं केमिकल शरीर के अंदर 

पसीने में मौजूद तैलीय पदार्थ हमारे जिम के कपड़ों में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक फाइबर से हानिकारक केमिकल को छोड़ने में भूमिका निभाते हैं. ये केमिकल जब हमारे शरीर में जाते हैं, तो संभावित रूप से थायरॉयड रोग, हार्मोनल बैलेंस में गड़बड़ी कर सकते हैं. इतना ही नहीं ये हमारे नर्वस सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं.

इससे पहले की अगर बात करें, तो हम प्लास्टिक केमिकल के संपर्क में किसी खाने की चीज या किसी ड्रिंक की वजह से आते थे. लेकिन हाल ही में हुई कई स्टडी बताती हैं कि स्किन से भी आप इन केमिकल्स के संपर्क में आ सकते हैं.

इन केमिकल्स से क्या नुकसान होता है?

-जिम के कपड़ों में मौजूद केमिकल स्किन में जलन, चकत्ते या एलर्जी का कारण बन सकते हैं, खासकर वो लोग जिनकी सेंसिटिव स्किन है.
 
-कुछ केमिकल एलर्जी रिएक्शन कर सकते हैं जिससे सांस से संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं.

-कुछ जहरीले केमिकल हार्मोनल इम्बैलेंस और लंबे समय तक चलने वाली स्वास्थ्य समस्याएं कर सकते हैं. 

-कुछ मामलों में, जिम के कपड़ों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल कार्सिनोजेनिक हो सकते हैं, जिससे लंबे समय तक संपर्क में रहने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है.

अपनी सुरक्षा कैसे करें?

1. प्राकृतिक और जैविक चीजें चुनें

इन केमिकल के संपर्क को कम करने का एक सरल और प्रभावी तरीका है कि आप प्राकृतिक और जैविक चीजों का ही इस्तेमाल करें.

2. सर्टिफिकेट की जांच करें

ओको-टेक्स स्टैंडर्ड 100 या जीओटीएस (ग्लोबल ऑर्गेनिक टेक्सटाइल स्टैंडर्ड) जैसे प्रमाणन वाले कपड़ों की तलाश करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे कुछ पर्यावरण और सुरक्षा मानकों को पूरा करते हैं.

3.अपने जिम के कपड़े ठीक से धोएं

अपने जिम कपड़ों की देखभाल के निर्देशों का पालन करें, हल्के डिटर्जेंट का उपयोग करें, और फैब्रिक सॉफ्टनर और ब्लीच के अत्यधिक उपयोग से बचें. 

4. अपने जिम बैग को वेंटिलेट करें

सुनिश्चित करें कि आपका जिम बैग गंध और नमी न अब्सॉर्ब होती हो. वह पूरी तरह से हवादार होनी चाहिए. 


 

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