H3N8 Bird Flu Case: पहली बार इंसान में मिला H3N8 बर्ड फ्लू संक्रमण, जानें क्या है इससे बचाव के उपाय

चीन में H3N8 बर्ड फ्लू संक्रमण का दुनिया का पहला मानव संक्रमण केस मिला है. यानी की पहली बार से बीमारी इंसानों में पाई गई है. इससे पहले ये बीमारी पक्षियों में पाई जाती रही है.

H3N8 बर्ड फ्लू संक्रमण
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 12:08 PM IST
  • कम है इस वायरस का जोखिम
  • चीन में मिला पहला मानव संक्रमण

आपने कई बार बर्ड फ्लू के बारे में सुना होगा. कई बार बर्ड फ्लू की खबरें सुर्खियां पकड़ती हैं. लेकिन किसी इंसान में H3N8 बर्ड फ्लू पहली बार पाया गया है. अब ये बीमारी केवल पक्षियों में होती थी, लेकिन अब पहली बार चीन के हेनान प्रांत में बर्ड फ्लू के एच3एन8 (H3N8) स्ट्रेन के साथ पहला मानव संक्रमण पाया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने इस बारे में जानकारी दी है. हालांकि कि आयोग ने ये भी बताया कि इसके फैलने का जोखिम कम है. चीन में एक चार साल का बच्चा सबसे पहले इस बीमारी से ग्रस्त हुआ है. 

क्या हैं इसके लक्षण?
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक H3N8 वायरस पाए जाने वाले बच्चे में पहले बुखार सहित कई लक्षण नजर आए थे. हालांकि राहत की बात ये है कि बच्चे के संपर्क में आने वाला कोई भी इंसान वायरस की चपेट में नहीं आया. स्वास्थ्य आयोग के अनुसार बच्चा अपने घर में पाले गए मुर्गियों और कौवे के संपर्क में आया था. जिसके बाद उसमें बुखार सहित कई लक्षण देखे गए और जांच करने पर वो H3N8 से संक्रमित पाया गया.

कम है इस वायरस का जोखिम
स्वास्थ्य आयोग का कहना है कि ये एच3एन8 वेरिएंट सबसे पहले दुनिया में घोड़ों, कुत्तों, पक्षियों में पाया गया है. हालांकि अभी तक ये किसी इंसान में नहीं पाया गया था.  लेकिन अब ये पहला मामला है जब किसी इंसान में ये वायरस पाया गया है. इस वेरिएंट में अभी तक इंसानों को प्रभावी ढंग से संक्रमित करने की क्षमता नहीं थी. ऐसे में बड़े पैमाने पर इस महामारी का जोखिम कम है. ऐसे में इस महामारी का जोखिम भी कम है.

क्या हैं इससे बचने के उपाय?
इस बीमारी का जोखिम कम है, इसलिए कुछ आसान सी सावधानियां बरतने से इससे बचा जा सकता है. जैसे-

  • अगर आप चिकन का सेवन कर रहे हैं, तो उसे साफ करने या छूने से पहले ग्लव्स पहने.
  • बर्तन और चिकन के संपर्क में आने वाली सभी चीजों को गर्म पानी और साबुन से धोएं. 
  • चिकन को अच्छी तरह से पकाने से भी उसमें मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं. इसलिए उसे तब तक पकाएं, जब तक बर्तन का तापमान 165 फॅरनहाइट या 74 डिग्री सेल्सियस तक न पहुंच जाए.
  • कच्चे अंडे या हाफ फ्राई अंडे का सेवन करने से बचें. 
  • यदि आप किसी रेस्तरां में खाने का प्लान कर रहे हैं, तो पहले चिकन या अंडे की क्वालिटी और खाने को बनाने  के बारे में पता करें, उसके बाद ही खाएं.
  • घर में खाने के लिए फ्रोजन चिकन चुनना सही रहता है. अगर ताजा कटा हुआ चिकन है, तो उसे पकाने से पहले फ्रिज में रखें.

 

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