क्या आपने कभी ब्रेडफ्रूट के बारे में सुना है? अगर नहीं, तो आप शायद अकेले नहीं हैं. यह कांटेदार अंडाकार आकार का फल हर जगह नहीं मिलता. यह साउथ पेसिफिक में मूल रूप से पाया जाता है. और जब इसे पकाया जाता है, तो इसका स्वाद ताज़ी बेक की हुई ब्रेड के जैसा होता है.
हैदराबाद की वरिष्ठ आहार विशेषज्ञ, एन लक्ष्मी ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस ब्रेडफ्रूट को वैज्ञानिक रूप से आर्टोकार्पस अल्टिलिस नाम दिया गया है और यह मोरेसी फैमिली का एक ट्रॉपिकल फल है. मूल रूप से साउथ पेसिफिक आइलैंड में पाया जाता है. हालांकि, अब यह विश्व स्तर पर विभिन्न ट्रॉपिकल क्षेत्रों में उगाया जाता है. जब यह पक जाता है तो इसकी छिलका पीला या हरा हो जाता है. साथ ही यह एकदम नरम हो जाता है और इसका पल्प कस्टर्ड जैसा होता है. पकाए जाने पर स्टार्ची कंसिस्टेंसी के कारण आलू या ब्रेड से इसकी तुलना की जाती है.
फुल मील का काम करता है ब्रेडफ्रूट
हरा और ऊपर से खुरदरा दिखने के कारण यह फल कटहल जैसा दिखता है. हालांकि, स्वाद में यह शकरकंद के समान है. इसका नाम ब्रेडफ्रूट इसलिए लिया गया है क्योंकि इस फल को खाने को आमतौर पर पूरा भोजन करने के बराबर माना जाता है. इसे रोटी, चावल या गेहूं के विकल्प के रूप में भी खाया जा सकता है.
बात इसके पोषक गुणों की करें तो यह फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर है. यह अत्यधिक रेशेदार फल होने के कारण कब्ज को ठीक करने और खराब आंत के स्वास्थ्य को ठीक करने में फायदेमंद है. इसमें पोटेशियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जिस कारण यह हाई बीपी वाले लोगों के लिए भी अच्छा है.
ब्रेडफ्रूट को अपने आहार में शामिल करने से कई फायदे मिलते हैं. इसकी स्टार्ची प्रकृति निरंतर ऊर्जा रिलीज करती है, जबकि हाई फाइबर कंटेंट डाइजेशन में मदद करता है. ब्रेडफ्रूट इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है, दिल को स्वस्थ रखता है और वजन मैनेज करने में मददगार है.
कैसे करें डाइट में शामिल
ब्रेडफ्रूट एक वर्सेटाइल फल है जिसे कई तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है. आप इसे भुनकर या उबालकर इस्तेमाल कर सकते हैं. आप इसे बेक्ड प्रोडक्ट्स में ग्लुटन-फ्री आटे के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. चिप्स या फ्राइज़ बना सकते हैं. ब्रेडफ्रूट की बनावट आलू के समान होती है, इसलिए इसके अंदर के पल्प को काटकर उबाला जा सकता है, ग्रिल किया जा सकता है, पैन में पकाया जा सकता है और खुली ग्रिल पर भी पकाया जा सकता है. इसे सलाद में लिया जा सकता है या सूप बनाने के लिए इसे प्यूरी भी कर सकते हैं.
ब्रेडफ्रूट वैसे तो आम तौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसके कुछ साइड-इफेक्ट हो सकते हैं. छिलके औस सैप में मौजूद लेटेक्स एलर्जी को ट्रिगर कर सकता है, लेटेक्स एलर्जी वाले लोगों को कंसल्ट करना होगा. हाई कार्ब्स के कारण यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी परेशानी का कारण बन सकता है.