हल्दी या करकुमा लोंगा दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले आयुर्वेदिक मसालों में से एक है. यह बारहमासी करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से आता है. लगभग हर किचन में पाए जाने वाले इस सुनहरे पाउडर के कई आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ हैं. त्वचा के स्वास्थ्य से लेकर कैंसर सहित पुराने रोगों के इलाज तक हल्दी सभी समस्याओं का समाधान है.
हल्दी में करक्यूमिन नामक रसायन होता है, जो कोशिकाओं की सूजन को कम करने में मदद करता है. हल्दी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी होती है, लोग इसे अपने फेस पैक के लिए बेस के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं.
औषधि के रूप में भी करते हैं इस्तेमाल
कोरोना महामारी के दौरान आयुष मंत्रालय समेत विभिन्न विशेषज्ञ इम्यूनिटी की मजबूती के लिए हल्दी का दूध या काढ़ा पीने पर जोर दे रहे थे. हल्दी को न सिर्फ एक मसाले के तौर पर बल्कि औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. अब आयुर्वेद ही नहीं, एलोपैथी जगत में भी हल्दी के गुणों को स्वीकार किया जा रहा है.
आर्थ्राइटिस के मरीजों के लिए फायदेमंद
एक अध्ययन के दौरान इटली में घुटनों की आर्थ्राइटिस से पीड़ित कुछ मरीजों को हल्दी से बनी विशेष औषधि दी गई और आधे मरीजों का उपचार इस रोग में अपनाई जाने वाली मानक चिकित्सा पद्धति से किया गया. इस दौरान पाया गया कि जिन मरीजों को हल्दी वाला फॉर्म्यूलेशन दिया गया था, उनके स्वास्थ्य में बेहतरी व सी-रिएक्टिव प्रोटीन (दर्द का संकेतक) में कमी देखने को मिली.
पाचन में सहायता करता है
खुद को ठंड से बचाने के लिए हल्दी फैट और प्रोटीन से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए. ये पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. हल्दी खाने के स्वाद को बढ़ाती है और पाचन में मदद करती है. इसके साथ ही स्किन को भी ग्लोइंग बनाने में मदद करती है और शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है.
पेट के अल्सर में मददगार
कई बार बहुत ज्यादा मात्रा में दवाओं का सेवन करने या तनाव और कई अन्य कारणों की वजह से पेट में अल्सर की समस्या हो जाती है. काफी समय पहले ‘एंटी-ऑक्सीडेंट्स एंड रेडॉक्स सिग्नलिंग जर्नल’नाम के एक अध्ययन में यह बात प्रकाशित हुई थी. इसके अनुसार हल्दी में मौजूद करक्यूमिन रक्त-वाहिकाओं को जरूरी स्थानों पर मदद कर सकता है और दवाओं की वजह से खराब हुए कोलेजन फाइबर को ठीक कर सकता है.
कम करती है कोलेस्ट्रॉल
शोध कहते हैं कि करक्यूमिन तत्व आर्टिरीअल प्लेक को साफ करने में मदद करता है. एक शोध के दौरान दस स्वस्थ प्रतिभागियों ने एक सप्ताह तक रोज 500 मिलिग्राम करक्यूमिन लिया. इससे न सिर्फ उनके ऑक्सीकृत एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के ब्लड लेवल में 33 प्रतिशत की कमी आई, बल्कि उनका कुल कोलेस्ट्रॉल 11.63 प्रतिशत कम पाया गया.
फ्लू से बचाती है हल्दी
सर्दियों में अक्सर जल्दी-जल्दी सर्दी-खांसी की समस्या होती है. ऐसे में रोज गुनगुने दूध में हल्दी डालकर पीने से इस समस्या से छुटकारा मिलता है. हल्दी में मौजूद एंटीबैक्टेरियल प्रॉपर्टी बैक्टीरिया के संक्रमण से लड़ने में मदद करती है और गले की खराश में राहत देती है. हल्दी के सेवन से सांस नली को साफ करने में मदद मिलती है, करक्यूमिन के एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण ये सर्दी और खांसी से लड़ने में भी मदद करती है.
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