हेल्थ इंश्योरेंस में ओपीडी कवर क्या है? इलाज के खर्च का बोझ करेगा कम, आज ही लें प्लान

ओपीडी कवर में डॉक्टर की फीस से लेकर मेडिकल टेस्ट तक सभी खर्चें शामिल होते हैं. लेकिन ओपीडी कपवरेज लेते समय आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

ओपीडी कवर
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2022,
  • अपडेटेड 3:22 PM IST

स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है. लेकिन हममें से ज्यादातर लोगों की समय आए दिन अस्पताओं का चक्कर काटते हुए ही निकलता है. कोरोना काल में बीमारियों के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं.  सेहत का अच्छी तरह से ख्याल रखने के बाद भी हम जीवन में कभी न कभी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं, और हमें ऐसी स्थिति के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए. देश में ज्यादातर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी केवल अस्पताल में भर्ती होने का खर्च कवर करती है. कई बीमा कंपनियों ने अस्पतालों  के नेटवर्क के साथ मिलकर ओपीडी कवर देना भी शुरू कर दिया है. चलिए आपको बताते हैं ओपीडी कवर हेल्थ इंश्योरेंसआपके लिए कितना फायदेमंद हैं.


ओपीडी कवर क्या है
ओपीडी कवर में पॉलिसी होल्डर बुखार, डायग्नोस्टिक टेस्ट, सालाना हेल्थ चेक-अप और डाक्टर की फीस के अलावा दवाइयों, मेडिकल टेस्ट आदि के खर्च का कवर मिलता है.

रखें इन जरूरी बातों का ध्यान
पॉलिसी लेते समय यह सुनिश्चत करें कि पॉलिसी का वेटिंग पीरियड ज्यादा न हो. अगर यह ज्यादा होगा तो हो सकता है जब आपको इसकी जरूरत हो आप इसका फायदा न उठा सकें.

ऐसे कर सकते हैं क्लेम
ओपीडी खर्च का क्लेम लेने के लिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन और मेडिकल खर्च का ब्यौरा आपके पास होना चाहिए. जन्मजात गंभीर बीमारियों के लिए इसमें कवर नहीं मिलता है. अगर आपने 3 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस लिया है तो बीमा कंपनियां 8 से 10 हजार रुपये ओपीडी कवर के लिए तय करती हैं.

इस पॉलिसी का फायदा 18 वर्ष से 75 वर्ष तक के मरीज उठा सकते हैं. इसमें एक हजार रुपये से लेकर 5 हजार तक इंश्योरेंस कवर होता है. इस कवर में फैमिली फ्लोटर का भी विकल्प है. जिसमें आप अधिकतर 8 लोगों को शामिल कर सकते हैं.

 

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