Health Test: स्वस्थ रहने के लिए इन 10 जांचों को साल में एक बार जरूर कराएं, देखें पूरी लिस्ट

10 Health Checkup: स्वस्थ रहने के लिए अच्छी जीवनशैली, खानापान के साथ समय-समय पर हेल्थ चैकअप कराना भी जरुरी है. इससे आप पता लगा सकते हैं कि कही आप किसी भंयकर बीमारी का शिकार तो नहीं हो रहे हैं. डॉक्टर्स भी साल में एक बार पूरे शरीर की जांच कराने की सलाह देते हैं, तो हम आपको 10 हेल्थ चैकअप के बारे में बताते हैं, जो आपको जरुर कराने चाहिए.

10 Health Tests For Everyone
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 4:24 PM IST
  • साल में एक बार जरूर कराएं पूरे शरीर की जांच
  • स्वस्थ रहने के लिए खानपान का रखें ध्यान

10 Health Test For Everyone: भागदौड़ भरे जीवन में हम अपने खानपान का सही से ख्याल नहीं रख पाते. हमें लगता है कि हम स्वस्थ्य हैं, लेकिन रोजाना के ऐसे रुटीन से हम धीरे-धीरे शरीर में कुछ बदलाव महसूस होते हैं और फिर हम इनको इंग्नोर करते रहते हैं. यदि आप भी ऐसा करते हैं, तो शरीर में हो रहे बदलावों पर अभी से ध्यान देना शुरू करें और समय-समय पर शरीर की जांच करते रहें. डॉक्टर भी हमें साल में एक बार पूरे शरीर की जांच कराने के सलाह देते हैं. तो हम बताते हैं कि आपको इन 10 स्क्रीनिंग टेस्ट को साल में एक बार जरूर कराना चाहिए.

साल में एक बार इन 10 जांचों को जरूर कराएं

1. खून की जांच: यह मुख्य रूप से एनीमिया (हीमोग्लोबिन के स्तर में गिरावट), किसी भी संक्रमण की जांच के लिए आवश्यक है. परिणाम पॉलीसिथेमिया (बढ़ा हुआ हीमोग्लोबिन), ल्यूकेमिया (ल्यूकोसाइट्स की संख्या में परिवर्तन), प्रतिरक्षा थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (कम प्लेटलेट्स) जैसी दुर्लभ स्थितियों को भी उठा सकते हैं. ईोसिनोफिल की संख्या एलर्जी या परजीवी संक्रमण के लिए महत्वपूर्ण हैं.

2. लिवर फंक्शन टेस्ट: स्वस्थ लिवर इस बात का संकेत है कि आपका शरीर टाक्सिन पदार्थों को फिल्टर करने और आपके शुगर को नियंत्रित करने में सक्षम है. बिलीरुबिन(bilirubin) में बढ़ोत्तरी, लिवर की बीमारी जैसे फैटी लिवर, सिरोसिस का जल्दी पता लगा सकता है जिसमें लीवर या गॉलब्लैडर में पथरी या ट्यूमर शामिल हैं.

3. यूरिन की जांच : पेशाब(Urine) की जांच में मूत्र संक्रमण से संबंधित बीमारियों और यूरिन कंट्रोल का पता लगा सकता है. इससे पेशाब में खून का आना, प्रोटीन, गुर्दे की बीमारियों जैसी बातों का पता लग जाता है.

4. विटामिन डी और बी 12 की जांच : शहर के लोगों में विटामिन डी की कमी बहुत ही आम बात है. शाकाहारियों में आमतौर पर विटामिन बी12 की कमी पाई जाती है. अपने विटामिन डी और बी12 की जाँच करने से आपको कमियों का पता लगाने में मदद मिलेगी. इसको आप खानपान और जीवन शैली में बदलाव करके ठीक कर सकते हैं.

5. Lipid profile Test: हम सब अस्वस्थ्य जीवनशैली और आदतों में लगातार घिरते जा रहे है. लिपिड प्रोफाइल एक ऐसी सदस्यता है, जहां कोलेस्ट्रॉल (उनके अनुपात के साथ अच्छे और बुरे कोलेस्ट्रॉल) और ट्राइग्लिसराइड लेवल(triglyceride levels) को निर्धारित करने में मदद करने के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण है. जो हार्ट रोगों के लिए जोखिम का कारण बन सकता हैं.

6. Renal profile: यह रिपोर्ट विशेष रूप से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर वाले व्यक्तियों के गुर्दे से जुड़ी बीमारी का शुरुआती समय में पता लगाने के लिए उपयोगी है. युवा लोगों में ऑटोइम्यून स्टेज का पता लगाने के लिए किया जाता है. इसके अलावा इसमें इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन जैसे सोडियम के स्तर में गिरावट, बुजुर्गों में असामान्य पोटेशियम के स्तर की भी जांच की जा सकती है.

7. Random blood sugar level: डायबिटीज हमारे दैनिक जीवन की ऐसी स्थिति है जो किशोरों और युवा व्यक्तियों को प्रभावित कर रही है. Random blood sugar level से आप किसी भी आयु में डायबिटीज का पता लगा सकते हैं और समय समय पर इसकी जांच करा सकते हैं.

8. Prostate specific antigen : 50 साल या उससे अधिक आयु के पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का जल्द पता लगाने के लिए PSA की सालाना जांच कराना आवश्यक है.

9. Pap smear test: 50 साल या उससे ज्यादा आयु की महिलाओं के लिए पैप स्मीयर की जांच कराना आवश्यक है. इससे सर्वाइकल कैंसर का जल्द पता लगाया जा सकता है.

10. Mammogram Test: 40 साल या उससे ज्यादा की महिलाओं को मैमोग्राम टेस्ट करना चाहिए. इससे छाती का एक्स-रे अनिवार्य है जिससे स्तन कैंसर की शुरुआत का पता लगाया जा सकता है.

 

Read more!

RECOMMENDED