चिलचिलाती धूप की वजह से भले लोगों को गर्मी का मौसम पसंद न हो लेकिन इस मौसम में आने वाले फलों के लिए लोग इसका इंतजार बेसब्री से करते हैं. अब आम को ही देख लीजिए. आम एक मौसमी फल है और यह गर्मी के मौसम में ही फलता है. आम की सैकड़ों किस्में है और अपने गुणों से भरपूर होने के लिए इसे सभी फलों का राजा कहा जाता है. बाजार में पीले-पीले आम देख कर किसका मन नहीं ललचाता. लोग इसे अलग अलग प्रकार से खाते हैं. आम अगर कच्चा हो तो लोग इसे अचार तथा चटनी बनाकर खाते हैं. कई को तो कच्चा आम ही खाना पसंद होता है. और अगर आम पका हो तो काटकर या शेक बनाकर पीते हैं. कुछ लोग पके आम के रस को निकालकर सुखाते हैं और पूरे साल भर इसका स्वाद लेते हैं. देखा जाए तो लगभग हर व्यक्ति को आम पसंद होता है. लेकिन कुछ लोगों की सेहत से जुड़ी मजबूरी होती है और इस वजह से वो आम खा नहीं पाते. जैसे कि डायबिटीज के मरीज. उनको डर रहता है कि आम खाने से उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाएगा. बात भी काफी हद तक सही है लेकिन पूरी तरह से नहीं. क्योंकि अगर आम को सही ढंग से खाया जाए तो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रह सकता है. आइए जानते हैं इसके बारे में.
आम में पाए जाते हैं ये पोषक तत्व
आम एक ऐसा फल है जिसमें मल्टी विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, आयरन, कैल्शियम मैग्नीशियम समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. विटामिन-ए की वजह से यह न सिर्फ आँखों के लिए फायदेमंद है बल्कि पाचन तंत्र को भी सही रखता है. इसके अलावा बैड कोलेस्ट्रॉल को भी आम कंट्रोल करके रखता है. विशेषज्ञ बताते हैं कि जिन्हें भूलने की बीमारी है उनके लिए आम वरदान के बराबर है. आम में गूल्टामिन एसिड पाया जाता है जो स्मरण शक्ति को तेज बनाता है.
भूलने की बीमारी है तो जरूर खाएं आम, जानिए इसके और बड़े फायदे
डायबिटीज के मरीज आम खाने से क्यों कतराते हैं ?
दरअसल में आम में काफी मात्रा में कैलोरी पाया जाता है और काफी मीठा होता है, इसलिए ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा रहता है. लेकिन बता दें कि आम में कॉपर, फोलेट, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर भी पाया जाता है जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करके रखता है. अगर बात आम के ग्लाइसेमिक इंडेक्स रैंकिंग की करें तो 51 है. बता दें कि अगर ग्लाइसेमिक इंडेक्स रैंकिंग 55 या इससे ज्यादा होती तो डायबिटीज के मरीजों के लिए आम वर्जित होता लेकिन ऐसा नहीं है.
बरतें सावधानी
जिनको डायबिटीज है वो अधिक मात्रा में न खाएं. पहले एक से शुरू करें और उसके बाद अपना शुगर लेवल चेक करें. अगर नॉर्मल है तो मात्रा बढ़ा सकते हैं. लेकिन इसके साथ यह ध्यान रखना है कि ब्लड शुगर लेवल चेक करते रहना है. चूंकि आम में प्रोटीन कम मात्रा में पाया जाता है तो डायबिटीज के मरीज यह कोशिश करें कि इसे प्रोटीन वाले किसी फ़ूड के साथ ही इसे खाएं ताकि बैंलेस बना रहे.
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