Hookah Ban In Karnataka: सेहत के लिए ठीक नहीं हुक्का, कर्नाटक ने लगाया पूरी तरह से बैन, आप भी जान लें इसके नुकसान

Hookah Banned: कर्नाटक सरकार ने हुक्का की बिक्री, खरीद और प्रचार पर बैन लगा दिया है. हुक्का कहीं न कहीं सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है. इसी को देखते हुए ये बैन लगाया गया है. बता दें, कई स्टडी बताती हैं कि अलग-अलग फ्लेवर और सोशल सेटिंग्स के साथ कई बार हुक्का, सिगरेट पीने से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है.

Hookah Ban
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 12:44 PM IST
  • हुक्का में होते हैं जहरीले केमिकल और कार्सिनोजेन्स
  • हुक्का से होते हैं कई नुकसान 

आजकल के युवा हुक्का (Hukkah) पीने को एक ट्रेंड बना चुके हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि हुक्का आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है. इसके नुकसान को देखते हुए कर्नाटक (Karnataka) सरकार ने तत्काल प्रभाव से हुक्का की बिक्री, खरीद और प्रचार पर बैन (Hookah Ban) लगा दिया है. इसे लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सूचना जारी की है. स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव (Health Minister Gundu Rao) ने हुक्का सेवन से जुड़े गंभीर जोखिमों का हवाला देते हुए गुरुवार को इस फैसले के बारे में बताया है. 

हुक्का पर लगाया गया बैन 

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने हुक्का बैन की घोषणा के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया. उन्होंने कन्नड़ में लिखा राज्य सरकार का आधिकारिक आदेश भी साझा किया. बता दें, इससे पहले सितंबर 2023 में हुक्का बार पर प्रतिबंध लगाने और तंबाकू सेवन की कानूनी उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने पर भी विचार किया जा रहा था. 

पिछले साल, हरियाणा सरकार ने भी राज्यभर के होटलों, रेस्टॉरेंट, बार और कमर्शियल जगहों में हुक्का परोसने पर बैन लगाकर इसी तरह का कदम उठाया था.

क्या है हुक्का? 

लोग अक्सर सिगरेट की जगह हुक्का पीना चुनते हैं. कई स्टडी बताती हैं कि अलग-अलग फ्लेवर और सोशल सेटिंग्स के साथ कई बार हुक्का सिगरेट पीने से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है. हुक्का, जिसे वॉटरपाइप के रूप में भी जाना जाता है, विशेष रूप से तंबाकू का ही मिश्रण होता है. ये अलग-अलग फ्लवेर में उपलब्ध होता है. इन फ्लेवर्स को कोयला पर गर्म किया जाता है और फिर धुएं को एक ट्यूब और माउथपीस से सांस के जरिए खींचा जाता है. हुक्के से निकलने वाले धुएं में सिगरेट के धुएं के समान ही जहरीले कॉम्पोनेन्ट होते हैं, जिनमें निकोटीन, टार शामिल हैं.

हुक्का में होते हैं जहरीले केमिकल और कार्सिनोजेन्स

कई स्टडी में हुक्का के धुएं में कम से कम 82 जहरीले केमिकल और कार्सिनोजेन्स (chemicals and carcinogens) की पहचान की गई है. पानी से गुजरने के बावजूद, तंबाकू (Tobacco) में मौजूद खतरनाक केमिकल काफी हद तक आपको नुकसान पहुंचाते हैं. इसके अलावा, जब हुक्का में तंबाकू को गर्म करने के लिए कोयला का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे स्वास्थ्य से जुड़े दूसरे जोखिम पैदा होते हैं. धुएं में कार्बन मोनोऑक्साइड, मेटल और दूसरे हानिकारक केमिकल निकलते हैं. 

हुक्का से होने वाले नुकसान 

हुक्का बड़े स्तर पर आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहा है. सबसे ज्यादा इसका असर फेफड़ों पर पड़ता है. जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और ब्रोंकाइटिस (bronchitis), दिल का दौरा (heart attack) और इससे जुड़ी बीमारियां आदि. इतना ही नहीं अलग-अलग कैंसर (Cancer) होने का खतरा भी बढ़ जाता है. विशेष रूप से हुक्का पीने से फेफड़ों और मुंह का कैंसर हो सकता है. 

इसके अलावा, हुक्का पीने से त्वचा समय से पहले बूढ़ी होने लगती है और मोनोन्यूक्लिओसिस (mononucleosis) और ओरल हर्पीस (Oral Herpes) जैसे संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ जाता है. हुक्का माउथपीस को जब दूसरों के साथ शेयर किया जाता है तो इससे सांस से जुड़े इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है. 


 

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