Importance of Sleep: कितने घंटे की नींद सेहत के लिए है जरूरी... उम्र के हिसाब से जानें क्या कहती है गाइडलाइन

नींद अगर अच्छी तरह न ली जाए तो इससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. जैसे डायबिटीज, दिल की बीमारी, स्ट्रोक और एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसी बीमारियां हो सकती हैं. 

Importance of Sleep (Representative Image)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 3:15 PM IST

फिजिकल से लेकर इमोशनल हेल्थ तक के लिए नींद बहुत जरूरी है. इसके बावजूद, बहुत से लोग हर दिन अच्छी नींद नहीं लेते हैं. या फिर  वे नींद न आने की बीमारी से जूझ रहे होते हैं. फरवरी 2024 में, फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी की एक स्टडी से पता चला कि 31 प्रतिशत वयस्क ऐसे हैं जो 7-9 घंटे की नींद नहीं ले पाते हैं. केवल 15 प्रतिशत ही पूरे सप्ताह अच्छी नींद ले पाते हैं. उम्र के हिसाब से नींद के घंटे अलग-अलग हो सकते हैं.  

उम्र के हिसाब से नींद की जरूरतों को समझना
नींद की जरूरतें उम्र के हिसाब से काफी अलग होती हैं. इन जरूरतों को समझने से व्यक्ति अपने नींद के पैटर्न को रेगुलेट कर सकते हैं. अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने इस लेकर कुछ गाइडलाइन भी जारी की है:

- नवजात शिशु (0-3 महीने): 14-17 घंटे
-शिशु (4-12 महीने): 12-16 घंटे
-बच्चे (1-2 साल ): 11-14 घंटे
-प्रीस्कूलर (3-5 साल): 10-13 घंटे 
-स्कूल-उम्र के बच्चे (6-12 साल): 9-12 घंटे
-किशोर (13-17 साल): 8-10 घंटे
-वयस्क (18-60 साल): 7 या अधिक घंटे
-बुजुर्ग वयस्क (61-64 साल): 7-9 घंटे
-सीनियर्स (65+ साल): 7-8 घंटे

नींद को प्रभावित करने वाली वजह 
किसी व्यक्ति को कितनी नींद की जरूरत है, इसे कई चीजें प्रभावित कर सकती हैं. इसमें नींद की गुणवत्ता, पिछले दिन के नींद की कमी, प्रेगनेंसी और उम्र बढ़ना शामिल हैं.

-नींद की गुणवत्ता: नींद की गुणवत्ता उतनी ही जरूरी है जितनी इसकी मात्रा.
-पिछली नींद की कमी: जिन व्यक्तियों को नींद कम आ रही है, उन्हें अपना रूटीन ठीक करने की जरूरत है. 
-प्रेगनेंसी: प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल चेंज और शारीरिक परेशानी के कारण अक्सर नींद की गुणवत्ता खराब हो जाती है. 
- उम्र बढ़ना: जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ती है, उनकी नींद का पैटर्न बदलता है. 

नींद की गुणवत्ता है जरूरी 
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में स्लीप मेडिसिन डिवीजन के एरिक झोउ कहते हैं, "हर रात हम कितने घंटे सोते हैं, इस पर हमेशा ध्यान देना चाहिए. साथ ही नींद की गुणवत्ता पर भी विचार करना चाहिए. अगर आप जागते हुए तरोताजा महसूस कर रहे हैं तो आपकी नींद अच्छी है.”

शोध से पता चला है कि नींद अगर अच्छी तरह न ली जाए तो इससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. जैसे डायबिटीज, दिल की बीमारी, स्ट्रोक और एंग्जायटी और डिप्रेशन जैसी समस्या हो सकती है. 

बेहतर नींद पाने के लिए क्या करें? 
1. नींद का शेड्यूल बनाए रखें:
जागने का एक निश्चित समय रखना, यहां तक ​​कि वीकेंड पर भी, और नींद आने पर तुरंत बिस्तर पर जाने से आपको अच्छी नींद मिल सकती है. 
2. दिन के समय नैप लें: नैप को 20-30 मिनट तक सीमित करना और सोने से कम से कम छह घंटे पहले नैप लेने से रात की नींद अच्छी आती है. 
3. शारीरिक रूप से एक्टिव रहें: नियमित फिजिकल एक्टिविटी करते रहें. इससे नींद की क्वालिटी अच्छी होगी. 
4. हेल्दी आदतें अपनाएं: दोपहर में कैफीन और अल्कोहल से परहेज करें. 
5. सोने से पहले स्क्रीन टाइम लिमिट करें: फोन, टैबलेट और कंप्यूटर से निकलने वाली ब्लू लाइट के संपर्क में आने से आपकी नींद खराब हो  सकती है. सोने से कम से कम एक घंटा पहले स्क्रीन बंद करने का प्रयास करें. 
6. जरूरत पड़ने पर प्रोफेशनल मदद लें: अगर आप नींद से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें. 
 

 

Read more!

RECOMMENDED