Salt Water Bath क्या है? जानिए इसके फायदे और किस तरह का सॉल्ट करें इस्तेमाल

बहुत से लोगों के लिए गर्म पानी से नहाना थेरेपी से कम नहीं होता है. गर्म पानी से नहाने से बॉडी रिलैक्स हो जाती है. और अगर गर्म पानी में नमक मिला लिया जाए तो फायदे और भी बढ़ सकते हैं. जानिए Salt Water Bath के बारे में.

Salt Water Bath (Representational Image)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2024,
  • अपडेटेड 12:32 PM IST

पिछले कुछ समय से Salt Water Bath (सॉल्ट वाटर बाथ) यानी कि खारे पानी या पानी में नमक मिलाकर नहाना काफी चर्चा में है. आपको बता दें कि बहुत से लोगों के लिए यह एक थेरेपी की तरह काम करता है जिससे उन्हें तनाव, मसल्स के दर्द और स्किन से जुड़ी कई समस्याओं से राहत मिलती है. जी हां, एक्सपर्ट्स की मानें तो सॉल्ट वाटर से नहाना कई तरह से फायदेंमंद होता है. और अब एक और फायदा इस लिस्ट में जुड़ गया है और वह है पीठ दर्द में आराम. 

पीठ दर्द में फायदेमंद है सॉल्ट वाटर से नहाना
बताया जा रहा है कि पीठ दर्द से पीड़ित लोगों को सॉल्ट वाटर से नहाने से फायदा हो सकता है, खासकर कि अगर एप्सम नमक (Epsom Salt) का इस्तेमाल किया जाए तो. गर्म पानी में घुलने पर, एप्सम सॉल्ट - जो मैग्नीशियम सल्फेट से बना होता है - शरीर को मैग्नीशियम को बेहतर ढंग से अवशोषित करने में मदद कर सकता है. 

यह सूजन को कम करके और मांसपेशियों को आराम देकर दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. गर्म सॉल्ट वाटर से नहाने से तनाव और मांसपेशियों का दर्द कम होता है. गर्मी से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है जिससे हीलिंग में मदद मिलती है. इस तरह के सॉल्ट वाटर बाथ के लिए एप्सम सॉल्ट सामान्य तौर पर इस्तेमाल होता है. इसे गुनगुने पानी में मिलाते हैं. यह स्किन के माध्यम से अवशोषित हो जाता है, जिससे मांसपेशियों का दर्द कम होता है. गर्म पानी भी  मांसपेशियों को आराम देता है, जिससे तनाव कम होता है और पीठ दर्द का कारण बनने वाली ऐंठन से राहत मिलती है.  

कैसे लें सॉल्ट वाटर बाथ 
सबसे पहले बाथटब में गर्म पानी भरें. अगर बाथटब नहीं है तो किसी सामान्य टब में गर्म पानी भर लें जिसमें आप बैठकर नहा सकते हैं. अब इसमें दो कप एप्सम सॉल्ट मिलाएं और इसे 15-20 मिनट के लिए भिगो दें. सुनिश्चित करें कि जब आप इसमें बैठें तो आपकी पीठ पानी में भीगे. 

इस बात का रखें ध्यान 
हालांकि, इस तरह की थेरेपी से आपको कुछ समय के लिए आराम मिल सकता है लेकिन यह परमानेंट इलाज नहीं है. क्योंकि इस बात को सपोर्ट करने के लिए ज्यादा साइंटिफिक स्टडीज नहीं है कि सॉल्ट वाटर बाथ से बॉडी का डिटॉक्सिफिकेशन होता है. इसलिए ऐसे किसी भी नए ट्रीटमेंट को शुरू करने से पहले, हमेशा किसी प्रोफेशनल या अपने डॉक्टर से बात करने की सलाह दी जाती है. खासकर आपको अगर कोई मेडिकल प्रॉब्लम है तो जरूर एक्सपर्ट से कंसल्ट करें. 

 

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