Hugging: एक-दूसरे को गले लगाने से ठीक रहती है फिजिकल और मेंटल हेल्थ, स्टडी में आया सामने

हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है एक-दूसरे को गले लगाना. Hug करने से आपकी मानसिक और फिजिकल हेल्थ एकदम सही रहती है और बेहतर होती है.

Hugging is good for health
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 21 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:12 AM IST
  • गले लगने के पीछे का साइंस

आलिंग्न या किसी को गले लगाना हमारी सेहत पर गहरा प्रभाव डालते हैं. प्यार और संबंध व्यक्त करने का, एक पावरफुल टूल है किसी को गले लगाना या हग करना, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को महत्वपूर्ण रूप से फायदा पहुंचा सकता है. तनाव कम करने से लेकर भावनात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देने और यहां तक ​​कि शारीरिक स्वास्थ्य को ठीक रखने तक, गले मिलना हमारे जीवन का एक अनिवार्य पहलू है. गले मिलना हमारी वेल-बींग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यह विभिन्न तरीकों से हमारे जीवन को बेहतर बना सकता है.

गले लगने के पीछे का साइंस
सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक मेहेज़बीन डोरडी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि गले लगाने से ऑक्सीटोसिन का रिलीज शुरू हो जाता है, जिसे अक्सर "लव हार्मोन" या "बॉन्डिंग हार्मोन" कहा जाता है. यह सोशल बॉन्डिंग, लगाव और इमोशनल रेगुलेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऑक्सीटोसिन के स्तर में बढ़ोतरी हमें गले लगाने वाले व्यक्ति के प्रति विश्वास, सहानुभूति और लगाव की भावनाओं को बढ़ावा देती है.

उन्होंने कहा कि गले लगाने से ब्रेन के रिवॉर्ड सेंटर, विशेष रूप से वेंट्रल स्ट्रिएटम सक्रिय हो सकते हैं. यह मस्तिष्क का वह क्षेत्र है जो प्लेज़र और रिवॉर्ड से जुड़ा है. यह आलिंगन के सकारात्मक अनुभव की पुष्टि करता है और व्यक्तियों को सामाजिक संपर्क और शारीरिक निकटता तलाशने के लिए प्रोत्साहित करता है. 

फिजिकल हेल्थ

  • पेन रिलीफ: शारीरिक स्पर्श, जैसे मालिश या साधारण आलिंगन या हग, एंडोर्फिन के रिलीज को उत्तेजित कर सकता है, जो प्राकृतिक पेनकिलर है। यह दर्द की अनुभूति को कम करने और असुविधा को कम करने में मदद कर सकता है.
  • तनाव में कमी: स्पर्श से ऑक्सीटोसिन का रिलीज ट्रिगर होता है. यह हार्मोन कोर्टिसोल के स्तर को कम कर सकता है और तनाव को कम कर सकता है. क्रोनिक तनाव जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है, इसलिए फिजिकल टच के माध्यम से तनाव को कम करने से लॉन्ग टर्म हेल्थ बेनेफिट्स हो सकते हैं. 
  • इम्यूनिटी को बढ़ावा: रिसर्च से पता चलता है कि पॉजिटिव फिजिकल इंट्राक्शन, जैसे गले मिलना, इम्यूनिटी को मजबूत कर सकता है. तनाव में कमी और ऑक्सीटोसिन रिलीज होने से इम्यून फंक्शन बेहतर हो सकते हैं. 
  • हार्ट हेल्थ: शारीरिक स्पर्श, विशेषकर गले लगने से ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट में कमी आ सकती है. समय के साथ, यह बेहतर हृदय स्वास्थ्य में योगदान कर सकता है. 

इमोशनल हेल्थ 

  • मूड में सुधार: गले लगाने जैसे शारीरिक स्पर्श, एंडोर्फिन के रिलीज को उत्तेजित करता है, जो मूड को बेहतर कर सकता है और मन को खुश कर सकता है. यह एक नेचुरल मूड एनहैंसर है. 
  • चिंता और अवसाद में कमी: गले मिलना और शारीरिक स्पर्श आराम और इमोशनल सपोर्ट दे सकता है. यह चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम करने में मददगार हो सकता है, क्योंकि यह संबंध और सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देता है. 
  • इमोशनल कनेक्शन: स्पर्श नॉन-वर्बल कम्यूनिकेशन का एक पावरफुल टूल है. यह प्यार, सहानुभूति और समझ जैसी भावनाओं को व्यक्त कर सकता है, जो रिश्ते बनाने और बनाए रखने के लिए जरूरी हैं. मजबूत सोशल कनेक्शन इमोशनल वेल-बींग से जुड़े हुए हैं. 
  • स्ट्रेस मैनेजमेंट: नियमित शारीरिक स्पर्श स्ट्रेस मैनेजमेंट टूल के रूप में काम कर सकता है. यह शरीर की तनाव प्रतिक्रिया को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे दैनिक जीवन की चुनौतियों का सामना करना आसान हो जाता है और इमोशनल हेल्थ पर लॉन्ग-टर्म स्ट्रेस पर लॉन्ग-टर्म प्रभाव को कम किया जा सकता है. 

अपने दोस्तों और परिवार को गले लगाने के अलावा, अपने प्यारे और क्यूट जानवर दोस्तों के साथ गले मिलने की थेरेपी को न भूलें. आप अपने पालतू जानवरों के साथ जो प्यार बांटते हैं वह भी उतना ही सार्थक है. याद रखें कि आत्म-आलिंगन यानी खुद को गले लगाना भी मायने रखता है. सेल्फ-कंपेशन और सेल्फ लव के साथ स्वयं को गले लगाओ. इसका सुखदायक प्रभाव हो सकता है, खासकर सेल्फ-डाउट और एंग्जायटी के दौरान.

इसलिए, अगली बार जब आपको अवसर मिले, तो किसी ऐसे व्यक्ति के साथ गर्मजोशी से गले मिलें, जिसकी आप परवाह करते हैं, और महसूस करें कि इसका आपके जीवन पर कितना गहरा प्रभाव पड़ सकता है.

 

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