New guidelines for sugar content: पैकेज्ड फूड्स और ड्रिंक्स में शुगर की मात्रा को लेकर नए दिशानिर्देश, जानिए क्या है नई लिमिट

आईसीएमआर ने कहा है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के नियमित सेवन से डायबिटीज, बीपी, दिल संबंधी बीमारियां हो सकती हैं. कैलोरी से भरपूर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में फाइबर की मात्रा कम और चीनी की मात्रा जरूरत से ज्यादा होती है. 

sugar in processed foods
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 30 मई 2024,
  • अपडेटेड 12:53 PM IST
  • पैकेज्ड फूड्स और ड्रिंक्स में शुगर की मात्रा को लेकर नए दिशानिर्देश
  • पैकेट फूड में होता है ज्यादा चीनी का इस्तेमाल

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशियन (NIN) ने सुझाव दिया है कि पैक्ड फूड और Beverages में शुगर की मात्रा तय होनी चाहिए. अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड में आमतौर पर ज्यादा चीनी का इस्तेमाल होता है. इसलिए इसके सेवन से बचना चाहिए. गाइडलाइंस में कहा गया कि जैम्स, फ्रूट पल्प, बेवरेज, हेल्थ ड्रिंक का सीमित प्रयोग ही करें. आईसीएमआर ने 13 साल के अंतराल के बाद लोगों के खानपान को लेकर गाइडलाइन जारी की है.

अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के नियमित सेवन से बीमारियों का खतरा
आईसीएमआर ने कहा है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड के नियमित सेवन से डायबिटीज, बीपी, दिल संबंधी बीमारियां हो सकती हैं. कैलोरी से भरपूर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में फाइबर की मात्रा कम और चीनी की मात्रा जरूरत से ज्यादा होती है. अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड की कोई एक परिभाषा नहीं है, लेकिन सामान्य तौर पर इनमें ऐसी सामग्रियां मिली होती हैं जिनका इस्तेमाल हम घर में खाना पकाने में नहीं करते हैं. अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड समय से पहले मृत्यु के जोखिमों को भी बढ़ाने वाले हो सकते हैं.

पैक्ड फूड में तय हो शुगर की मात्रा
ICMR ने कहा है कि पैकेज्ड खानों में कितनी एडेड शुगर और टोटल शुगर की कितनी मात्रा हो, यह तय होना चाहिए. ठोस पदार्थों के लिए ऐडेड शुगर की लिमिट टोटल एनर्जी इनटेक का 5 प्रतिशत और सभी तरह की शुगर के लिए 10 प्रतिशत प्रस्तावित की गई है. ड्रिंक्स के लिए सबी तरह की शुगर से एनर्जी इनटेक की सीमा 30 प्रतिशत प्रस्तावित है. अगर ये दिशानिर्देश लागू किए जाते हैं, तो भारत में उपलब्ध पैकेज्ड फूड की शुगर कंटेंट पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है.

पैकेट फूड में होता है ज्यादा चीनी का इस्तेमाल
इससे पहले आईसीएमआर और एनआईएन ने जो गाइडलाइंस जारी की थी, उसमें बताया था कि खाने- पीने में लापरवाही से कई तरह की बीमारियां हो रही है. जिन पैकेट फूड में ज्यादा तेल, नमक और चीनी का इस्तेमाल होता है, उससे बचना चाहिए. जरूरत से ज्यादा चीनी और नमक वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से वजन बढ़ना, हार्ट डिजीज, स्किन संबंधी दिक्कतें, डायबिटीज समेत कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.

क्या होता है एडेड शुगर
मान लीजिए अगर कोई फूड आइटम नैचुरल तौर पर मीठा है लेकिन फिर भी उस प्रोडक्ट में अलग से चीनी मिलाई गई हो तो उसे एडेड शुगर कहते हैं. 

 

Read more!

RECOMMENDED