अक्सर देखा जाता है कि लोग मेडिकल टेस्ट कराते हैं, लेकिन अंग्रेजी में होने की वजह से उसकी रिपोर्ट को समझ नहीं पाते हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, इस समस्या का समाधान तैयार हो गया है. आईआईटी इंदौर और एम्स भोपाल ने मिलकर एक ऐसा ऐप बनाया है. जिसकी मदद से अंग्रेजी में मिलने वाली मेडिकल रिपोर्ट को दूसरी भाषा में ट्रांसलेट किया जा सकता है. इस ऐप से मेडिकल रिपोर्ट को 22 भाषाओं में ट्रांसलेट करने का प्लान है. लेकिन पहले इसकी शुरुआत हिंदी से होगी.
मेडिकल रिपोर्ट को समझना होगा आसान-
आईआईटी इंदौर ने एम्स भोपाल की मदद से एक नया ट्रांसलेशन टूल तैयार किया है, जो मेडिकल रिपोर्ट को स्थानीय भाषा में बदल देगा. इस टूल को बनाने में भोपाल की रेडियोलॉजी टीम भी शामिल है. ये सिर्फ स्थानीय भाषा में बदलेगा ही नहीं, बल्कि ये भी बताएगा कि उस रिपोर्ट में किस बीमारी का जिक्र है और उसका इलाज करने वाला नजदीक में कौन सा डॉक्टर है?
इन रिपोर्ट्स पर काम कर रहा काम-
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये ऐप अभी सीटी स्कैन, एक्स-रे और एमआरआई जैसी रिपोर्ट्स पर काम कर रहा है. इन रिपोर्ट्स की मदद से बीमारी के बारे में जानना ज्यादा मुश्किल होता है. यह टूल रिपोर्ट को स्कैन करेगा और उसे समझने वाली भाषा में ट्रांसलेट करेगा. फिलहाल इस ऐप का फोकस उन रिपोर्ट्स पर है, जिनको देखकर बीमारी का पता लगाया जाता है.
क्या है भविष्य की योजना-
डॉक्टर की लिखी पर्ची या डिस्चार्ज समरी को पढ़ना काफी मुश्किल होता है. लेकिन भविष्य में इस ऐप के जरिए उसको भी आसानी से समझा जा सकेगा. इस ऐप से भविष्य में पर्ची या डिस्चार्ज समरी को भी जोड़ने की योजना है.
कैसे काम करेगा ऐप-
इस ऐप में आसानी से मेडिकल रिपोर्ट को समझा जा सकता है. इसके लिए सबसे पहले जो मेडिकल रिपोर्ट आपके पास आएगी, चाहे वो पीडीएफ हो या फोटो, उसको इस ऐप पर अपलोड करना होगा. इसके बाद ऐप रिपोर्ट को स्कैन कर लेगा और उसकी डिटेल स्थानीय भाषा में दिखाई देने लगेगा. इस ऐप में ये भी दिखेगा कि किस डॉक्टर से दिखाना है और कहां मिलेंगे?
फिलहाल ये टूल एक्स-रे फिल्म पर रिपोर्ट तैयार कर रहा है. आने वाले 2 महीने में इस ऐप में ट्रासंलेशन और बीमारी के सुझाव वाला ऑप्शन भी जुड़ जाएगा. इसके बाद डॉक्टर वाला विकल्प भी आएगा. साल 2025 के अंत तक ये ऐप सबके लिए उपलब्ध हो जाएगा.
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