हाल ही में, खारगर, नवी मुंबई में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह में भाग लेने के हिस्सा लेने के बाद डीहाइड्रेशन, चक्कर आने, मतली और सीने में दर्द के कारण 11 लोगों की मौत और 50 लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की खबर ने पूरे देश को चिंता में डाल दिया है. जैसे ही हीटस्ट्रोक बीमारी की खबरें सामने आईं मौसम विभाग ने कई राज्यों में ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया है.
आपको बता दें कि सन स्ट्रोक या हीट स्ट्रोक एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है. यह तब होती है जब आपका शरीर ज़्यादा गरम हो जाता है और ठंडा नहीं हो पाता है और यह जानलेवा हो सकता है. इस स्थिति में तत्काल मेडिकल की जरूरत होती है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हीट स्ट्रोक लंबे समय तक उच्च तापमान में रहने के कारण हो सकता है, खासकर तब जब ह्यूमिडिटी भी हो. गर्मी में डिहाइड्रेशन हो सकता है और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है.
इन कारणों से बढ़ता है हीट स्ट्रोक का रिस्क
हीट स्ट्रोक के लक्षण
इन लक्षणों को देखते हुए तुरंत मेडिकल मदद लेनी चाहिए:
अगर किसी को हीट स्ट्रोक हो रहा हो तो सबसे पहले आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए कॉल करें. मरीज को ठंडी, छायादार जगह पर ले जाएं. किसी भी तंग या भारी कपड़ों को हटा दें. उस व्यक्ति को पंखा करें या उनकी त्वचा पर ठंडा पानी लगाएं. यदि व्यक्ति होश में है, तो उसे पानी या कोई दूसरा लिक्विड दें. मेडिकल मदद आने तक उनकी सांस लेने और हार्टरेट को नोट करते रहें.