अब तो मशरूम से भी बन रहा Plant Based Meat... दिल की सेहत के लिए भी बेहतर... जानें Bad कोलेस्ट्रॉल को किस हद तक कम कर सकता है? 

पौधों से बने मीट के ऑप्शन LDL कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार हो सकते हैं, लेकिन इन्हें पूरी तरह से हेल्दी ऑप्शन नहीं कहा जा सकता. मशरूम बेस्ड मीट ऑप्शन ज्यादा फायदेमंद हैं. 

Plant based meat (Representative Image/Unsplash)
अपूर्वा सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 04 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST
  • कोलेस्ट्रॉल सिर्फ फैट से नहीं बनता
  • प्लांट-बेस्ड मीट हार्ट को प्रभावित करता है

आज के समय में अपनी सेहत और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए लोग पौधों से बने मीट (Plant-Based Meat) के विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं. पौधों से बना मीट दिखने, महकने, स्वाद और बनावट में असली मीट की तरह होते हैं, लेकिन इन्हें पूरी तरह से पौधों से तैयार किया जाता है. हाल ही में, The American Journal of Clinical Nutrition में प्रकाशित एक रिपोर्ट ने बता कि पौधों से बने मीट ऑप्शन किस तरह से कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ (दिल से जुड़ी और मेटाबोलिज्म से जुड़ी समस्याएं) पर प्रभाव डालते हैं.

क्या कहती है स्टडी?
इस स्टडी के अनुसार, जिन वयस्कों को दिल से जुड़ी कोई बीमारी नहीं थी, अगर वे 8 हफ्ते तक अपनी डाइट में मीट की जगह पौधों से बने मीट के ऑप्शन का उपयोग करते हैं, तो उनके कुल कोलेस्ट्रॉल (Total Cholesterol) में लगभग 6% और लो-डेंसिटी लाइपोप्रोटीन (LDL) कोलेस्ट्रॉल में लगभग 12% की कमी देखी गई.

हालांकि, स्टडी यह भी सुझाव देता है कि पौधों से बने मीट ऑप्शन लोगों को शाकाहारी डाइट की ओर ले जाने में मदद कर सकते हैं. 

कोलेस्ट्रॉल सिर्फ फैट से नहीं बनता
दिल्ली के शालीमार बाग के मैक्स हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग के सीनियर डायरेक्टर डॉ. नवीन भामरी कहते हैं, "कोलेस्ट्रॉल को केवल फैट से जोड़कर देखना सही नहीं है. यह शरीर के लिए जरूरी है, लेकिन अगर ज्यादा हो तो इससे हमारे शरीर को कई सारी समस्याएं हो सकती हैं. LDL कोलेस्ट्रॉल आर्टरी में प्लाक जमा कर सकता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. पौधों से बने मीट ऑप्शन में फाइबर ज्यादा होता है और low saturated fat होने के कारण यह कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है. हालांकि, अभी भी इनपर काफी रिसर्च की जरूरत है."

प्लांट-बेस्ड मीट हार्ट को कैसे प्रभावित करता है?  
शोधकर्ताओं ने पाया कि प्लांट-बेस्ड मीट का सेवन करने से LDL ('खराब' कोलेस्ट्रॉल) में 12% की कमी आई. LDL कोलेस्ट्रॉल आर्टरी में जमा होकर खूब के सर्कुलेशन को बाधित करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है.

इस अध्ययन में यह भी देखा गया कि पूरे कोलेस्ट्रॉल लेवल में लगभग 6% की गिरावट आई है. इसका मतलब यह है कि प्लांट-बेस्ड मीट पारंपरिक मीट की तुलना में दिल की सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है. 

हालांकि, प्लांट-बेस्ड मीट से वजन पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा.  जिन लोगों का वजन नॉर्मल था, उनके वजन में कोई बदलाव नहीं देखा गया, लेकिन ज्यादा वजन वाले कुछ प्रतिभागियों में 1% तक की गिरावट देखी गई.

कोलेस्ट्रॉल के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन?  
शोधकर्ताओं ने पाया कि माइकोप्रोटीन (Mycoprotein) यानी फंगस से बने मीट विकल्प सबसे ज्यादा फायदेमंद होते हैं. माइकोप्रोटीन में ज्यादा फाइबर होता है, कम फैट होता है और इसे जल्दी पचाया जा सकता है. 

प्लांट-बेस्ड मीट नॉर्मल मीट के स्वाद और बनावट जैसा ही होता है, लेकिन पोषण के मामले में पूरी तरह से एक जैसे नहीं होते. हालांकि, जो लोग अपनी डाइट में रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट की जगह हेल्दी विकल्प चाहते हैं, उनके लिए यह बेहतर ऑप्शन हो सकता है. विशेष रूप से, वे लोग जो अपनी हार्ट हेल्थ को लेकर परेशान रहते हैं और कोलेस्ट्रॉल कम करना चाहते हैं, उनके लिए प्लांट-बेस्ड मीट फायदेमंद साबित हो सकते हैं. 

 

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