अगर आपके असहनीय सिरदर्द रहता है, जो आमतौर पर सिर के आधे हिस्से में होता है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेने की जरुरत है. इसे नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. हालांकि, माइग्रेन नॉर्मल सिरदर्द से अलग है लेकिन, लोग इसे सही समय पर पहचान नहीं पाते हैं, जिसके कारण उन्हें बाद में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अब जानतें हैं कि आखिर माइग्रेन होता क्यों है और इससे कैसे बचा जा सकता है. दरअसल, भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण कई लोगों में माइग्रेन देखने को मिलता है. इसके साथ ही खराब डाइट और लाइफस्टाइल सही न होना इसके लिए कई हद तक जिम्मेदार हैं. इससे बचने के लिए खान-पान का खास ध्यान रखने की जरुरत है. अपनी जीवन शैली में सुधार लाने से इससे बचा जा सकता है.
माइग्रेन के लक्षण (Symptoms of Migraine)
आमतौर पर हम सबको कभी-न-कभी सिरदर्द की शिकायत होती है. ऐसे में कैसे पहचाना जाए कि यह नॉर्मल सिरदर्द है या माइग्रेन के कारण होने वाला सिरदर्द? माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द दृष्टि संबंधी परेशानी यानी विजुअल डिस्टर्बेंस होता है, जिसमें मरीज को रुक-रुककर चमकीली रोशनी, टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं दिखाई देती हैं. साथ ही आंखों के सामने काले धब्बे दिखाई देते हैं, स्किन में चुभन होती है और कमजोरी महसूस होती है. आंखों के नीचे काले घेरे होना, गुस्सा, चिड़चिड़ापन सिर के एक ही हिस्से में दर्द होना यह सब इसके लक्षण होते हैं.
माइग्रेन में रह-रहकर सिर में एक तरफ बहुत ही चुभन भरा दर्द होता है. यह दर्द कुछ घंटों से लेकर तीन दिन तक बना रहता है. इसमें सिरदर्द के साथ-साथ गैस्टिक उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा माइग्रेन में रोशनी, तेज आवाज से परेशानी महसूस होती है. ऐसे लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है.
माइग्रेन से बचने के उपाए
अगर आपको माइग्रेन है और आप इससे बचना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपनी लाइफ स्टाइल और डाइट में बदलाव लाने की जरूरत है.