Use Menstrual Cup: एकदम सुरक्षित है मेंस्ट्रुअल कप, एक बार खरीदकर सालों-साल करें यूज, जानें एक्सपर्ट की राय

मेंस्ट्रुअल कप को लेकर अभी भी बहुत से मिथक और संदेह हैं, जिनके कारण बहुत सी प्रोग्रेसिव महिलाएं भी इसे इस्तेमाल करने में हिचकती हैं. इन सभी मिथकों को दूर कर रही हैं सीनियर गायनोकोलॉजिस्ट, डॉ. अर्चना शाह.

Menstrual Cup (Wikimedia Commons)
निशा डागर तंवर
  • नई दिल्ली,
  • 26 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 12:19 PM IST
  • सैनिटरी नैपकिन को डीकंपोज होने में लगते हैं 500 से 800 साल
  • महिलाओं के मन में हैं मेंस्ट्रुअल कप से जुड़े मिथक

माहवारी के समय इस्तेमाल किए जाने वाले सैनिटरी नैपकिन और टैंपून आदि हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं. डाउन टू अर्थ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नॉन-बायोडिग्रेबल प्लास्टिक से बने सैनिटरी नैपकिन को पूरी तरह से डीकंपोज होने के लिए लगभग 500 से 800 साल का समय लगता है. साथ ही, हर दो या तीन महीने में लड़कियों और महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन खरीदने पड़ते हैं. 

इसलिए पिछले कुछ सालों से लोगों के बीच मेंस्ट्रुअल कप को लेकर जागरूकता बढ़ी है. क्योंकि यह वन-टाइम इंवेस्टमेंट है और पर्यावरण के लिए सुरक्षित भी है.

क्या है मेंस्ट्रुअल कप

मेंस्ट्रुअल कप एक छोटा कप के आकार का डिवाइस है जिसे पीरियड्स के दौरान सैनिटरी नैपकिन या टैंपून की जगह इस्तेमाल किया जाता है. माहवारी के समय निकलने वाला ब्लड इसमें इकट्ठा होता है. जिसे कुछ घंटो के अंतराल पर टॉयलेट में डिस्पोज करके मेंस्ट्रुअल कप को फिर से इस्तेमाल में लिया जा सकता है. 

आज भारत में बहुत सी लड़कियां मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल कर रही हैं. जिससे न सिर्फ पर्यावरण का भले हो रहा है बल्कि हर दूसरे-तीसरे महीने होने वाला सैनिटरी नैपकिन का खर्च भी नहीं है. एक सामाजिक संगठन के साथ काम करने वाली नेहा बताती हैं कि वह लगभग एक साल से मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल कर रही हैं. और उन्हें कोई परेशानी नहीं है. हालांकि, मेंस्ट्रुअल कप को लेकर बहुत सी लड़कियों के मन में आज भी की सारे सवाल और मिथक हैं. 

अगर मेंस्ट्रुअल कप अंदर रह गया तो?

नेहा ने बताया कि मेंस्ट्रुअल कप को लगाना बहुत आसान है. इसे लगाते समय या निकालते समय किसी तरह का कोई दर्द नहीं होता है. आपको बस इसे ऊपर की तरफ से हल्का-सा मोड़ना है और लगाना है. मेंस्ट्रुअल कप अपने आप कभी नहीं निकलता है. इसे आपको खुद निकालना पड़ेगा और न ही यह अंदर रह जाएगा. किसी भी तरह की कोई भी गतिविधि करने से यह अंदर-बाहर नहीं आता है. 

Fold Menstrual Cup to insert

इसके अलावा, एक सीनियर गायनोकोलॉजिस्ट, डॉ. अर्चना शाह का कहना है कि बहुत सी लड़कियों को लगता है कि मेंस्ट्रुअल कप लगाना सुरक्षित नहीं है. जबकि यह सबसे ज्यादा सुरक्षित है. इसे लगाने से न तो वर्जिनिटी लूज होती है और न ही टॉयलेट जाते समय आपको इसे निकालने की जरूरत पड़ती है. इसे किसी भी उम्र की लड़की या महिलाएं इस्तेमाल में ले सकती है. हालांकि, मेंस्ट्रुअल कप खरीदते समय इसके साइज पर ध्यान दें. 

अगर आपको बहुत ज्यादा फ्लो होता है तो मीडियम या बड़ा साइज लें. इसे इस्तेमाल करते समय इन बातों पर गौर करें:

  • दिन में 6 से 8 घंटे पर आप मेंस्ट्रुअल कप को खाली कर सकती हैं. कप को टॉयलेट में खाली करने के बाद पानी और साबून से अच्छे से धोएं. इसके बाद इसे फिर से इस्तेमाल में लें.
  • माहवारी के बाद मेंस्ट्रुअल कप को गर्म पानी में रखकर स्टरलाइज कर लें और किसी पाउच में स्टोर करके रखें. 
  • मेंस्ट्रुअल कप पहनकर आप स्विमिंग, डंसिंग जैसी एक्सरसाइज आराम से कर सकती हैं. 
  • टॉयलेट जाते समय आपको इसे निकालने की जरूरत नहीं पड़ती है, लेकिन सेक्सुअल इंटरकोर्स के समय आपको इसे निकालना पड़ता है. 
  • यह सिर्फ एक बार का इंवेस्टमेंट है, जिसे आप बार-बार इस्तेमाल कर सकते हैं. 

 

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