अगर आपका बच्चा भी धूल-मिट्टी से सना हुआ घर आता है तो आपको सिर्फ उसके कपड़ों की चिंता करने की जरूरत है सेहत की नहीं. क्योंकि मिट्टी में खेलने से आपके बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत होगा. ज्यादातर पैरंट्स को लगता है कि कीटाणु हानिकारक होते हैं लेकिन यह सच नहीं है. हाल के शोध के अनुसार मिट्टी में माइक्रोस्कोपिक बैक्टीरिया होते हैं, जो बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. मिट्टी जब अनुकूल सूक्ष्मजीवों के साथ मिलती है तो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है और एलर्जी, अस्थमा और यहां तक कि अवसाद और चिंता सहित कई बीमारियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.
क्या कहती है स्टडी
इस शोध से पता चलता है कि बाहर के वातावरण में खेलना या अन्य कोई एक्टिविटी करना सभी के लिए बहुत जरूरी है. बच्चों में एलर्जी होने की आशंका बड़ों से कहीं ज्यादा होती है. इसलिए बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए उन्हें धूल-मिट्टी और धूप में खेलने देना चाहिए. जो बच्चे बचपन में मिट्टी खेलते हैं उनका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और उनको आगे चलकर उन्हें एलर्जी की समस्या नहीं होती है.
मिट्टी से मजबूत बन रहा आपका बच्चा
2009 के एक अध्ययन में पाया गया कि अटेंशन-डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) से पीड़ित बच्चे शहरी बच्चों की अपेक्षा पार्क में 20 मिनट पैदल वॉक करते हुए ध्यान केंद्रित करने में ज्यादा सक्षम थे. दरअसल बच्चा जब दूसरे बच्चों के साथ मिट्टी में खेलता है तो वह ज्यादा बेहतर महसूस करता है और उनके तनाव का स्तर कम होता है. अगर आपका बच्चा मिट्टी में खेले, हाथ गंदे करे या जमीन से उठाकर खा ले तो टेंशन मत लीजिए, वह मजबूत बन रहा है.
मिट्टी के संपर्क में आना फायदेमंद
टेक्सास यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर एलिजाबेथ के नेतृत्व में हुए एक अध्ययन के अनुसार, एक बच्चे का खुले स्थान में ताकत और सहनशक्ति का निर्माण करना ज्यादा आसान हो सकता है. इससे मोटापे का खतरा कम होता है. खास बात यह है कि जब भी हम प्रकृति में समय बिताते हैं तो हमारा शरीर कुछ जरूरी तत्वों से जा मिलता है. मिट्टी में पाया जाने वाला बैक्टीरिया दिमाग को तेज करने में मदद करता है. मिट्टी में खेलने से बच्चे की रचनात्मकता बढ़ती है. इस तरह बच्चों का मिट्टी के संपर्क में आना उनके लिए नुकसानदायक नहीं बल्कि उनकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है.