उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है. नोएडा की बात करें तो यहां के लगभग सभी वैक्सीनेशन सेंटर्स में स्लॉट्स पूरी तरह से बुक हो चुके हैं. सुबह से लेकर शाम तक बच्चे अपने माता-पिता के साथ वैक्सीन लगवाने के लिए लंबी कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए. वैक्सीन लगवाने से पहले बच्चे थोड़े नर्वस जरूर थे, लेकिन उनमें वैक्सीन लगवाने का उत्साह ज्यादा नजर आया. ऐसे में माता-पिता भी अपने बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर काफी उत्साहित नजर आए.
बच्चों में नहीं है वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट
वैक्सीनेशन को लेकर कई लोगों के मन में डर भी था. लोगों को इस बात की चिंता थी कि कहीं वैक्सीन लगवाने के बाद बच्चों में किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट ना हो. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. नोएडा के फेलिक्स अस्पताल के वैक्सीनेशन सेंटर पर करीब 500 बच्चों का शाम तक वैक्सीनेशन हुआ. यहां पर जितने भी बच्चे हैं उनमें किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा. पेरेंट्स का यह कहना था कि वैक्सीन लगवाने के बाद 30 मिनट तक वेटिंग एरिया में इंतजार किया. वाइटल चेकअप करवाने के बाद जब सभी चीजें नॉर्मल आई तब वे अपने-अपने घर लौटे.
वैक्सीनेशन से संतुष्ट हैं अभिभावक
अपनी बेटी मान्या को वैक्सीन लगवाने के लिए साथ में आई उनकी मम्मी मानसी बताती हैं कि वैक्सीन लगवाने के बाद उनकी बेटी बिल्कुल नॉर्मल है. उसे किसी भी तरह की कोई तकलीफ नहीं हुई. वैक्सीन लगवाने के बाद अक्सर बच्चों को हल्का बुखार या चक्कर आते हैं. लेकिन इस तरह के कोई लक्षण उन्हें अपने बच्चों में देखने को नहीं मिले. इसी तरह से कृष के पिता भी यही कहते हैं कि वैक्सीन लगवाने के बाद उनका बेटा पूरी तरह से स्वस्थ है. उसे किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है. वैक्सीन लगवाने के बाद वह और भी ज्यादा मजबूत और सुरक्षित हो गया है.
खाली पेट ना कराएं वैक्सीनेशन
आपको बता दें कि सुबह से जितने भी बच्चों ने यहां पर वैक्सीन लगवाई है उनमें से केवल एक बच्चे को हल्के चक्कर आए थे. ऐसे में डॉक्टर्स की टीम ने उसका तुरंत वाइटल चेकअप किया. वाइटल चेकअप पूरी तरह से सामान्य आने के बाद उसे घर भेज दिया गया. डॉक्टर ने बताया कि जब बच्चे खाली पेट वैक्सीनेशन के लिए आते हैं तब हो सकता है कि उन्हें इस तरह से हल्के चक्कर आए, लेकिन यह वैक्सीन लगवाने की साइड इफेक्ट्स में नहीं गिना जाएगा.