Mission Smile for the Cancer Fighters: कैंसर सर्वाइवर्स के लिए पिछले तीन सालों से अपने बाल डोनेट कर रही है यह सोशल वर्कर, 150 और लोगों को किया मोटिवेट

Mission Smile for the Cancer Fighters: ओडिशा में हरप्रिया नायक पिछले तीन सालों से कैंसर के मरीजों के लिए अपने बाल दान करके विग बनवा रही हैं और इन विग्स को गरीब कैंसर के मरीजों के दान किया जा रहा है.

Hair donation for cancer fighters (Photo: Facebook/@Hairdonationodisha)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 01 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 7:41 AM IST

कैंसर का नाम सुनते ही एक डर मन में आ जाता है. हालांकि, आजकल कैंसर का इलाज संभव है और लोग इस बिमारी से लड़कर जिंदगी में आगे बढ़ रहे हैं. लेकिन यह लड़ाई आसान नहीं है और यह सिर्फ मरीज नहीं ब्लकि उनके आसपास के लोगों के लिए भी मुश्किल दौर है. लेकिन अच्छी बात यह है कि अब मरीज का साथ सिर्फ उनका परिवार ही नहीं बल्कि बहुत से अनजान लेकिन नेक दिल लोग भी दे रहे हैं. 

आपने ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम आदि पर हाल के कुछ वायरल वीडियो, रील और स्टोरी देखी होंगी, जहां बहुत से लोग अपने बाल कटवा रहे हैं या अपना सिर मुंडवा रहे हैं ताकि अपने बाल कैंसर से लड़ रहे मरीजों के लिए दान कर सकें. बहुत से लोग तो एक मुहिम चला रहे हैं और दूसरे लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं. इन्हीं में से एक हैं हरप्रिया नायक, जो पिछले तीन वर्षों से चुपचाप यह नेक काम कर रही हैं. 

ट्रस्ट के तहत बनाती हैं विग
एक सोशल वर्कर, हरप्रिया को कुछ साल पहले एहसास हुआ कि कैंसर से लड़ाई आसान नहीं हैं. कैंसर के इलाज के दौरान मरीज को बहुत सी मुश्किलों से गुजरना पड़ता है जैसे कीमोथेरेपी में उनके बाल चले जाते हैं. बालों का न होना किसी के लिए भी आसान नहीं होता है. खासकर महिलाओं के लिए जिनकी पहचान का हिस्सा होते हैं बाल. हरप्रिया ने कुछ गरीब महिलाओं को कैंसर से लड़ते हुए देखा और इस प्रक्रिया में उनके बाल झड़ गए. उन महिलाओं के पास इतने भी साधन नहीं थे कि वे विग खरीद सकें. 

यह देखकर हरप्रिया हर संभव तरीके से उनकी मदद करना चाहती थी. अपने सोशल ऑर्गनाइजेशन फॉर प्रोफेशनल वालंटियर एक्शन (SOPVA) ट्रस्ट के तहत, उन्होंने विग बनाने के लिए अपने बाल दान करने का फैसला किया है. दूसरों को भी गरीब कैंसर रोगियों के लिए ऐसा करने के लिए प्रेरित करने का फैसला किया, जो प्राकृतिक बालों से बने महंगे विग नहीं खरीद सकते. 

लॉन्च किया Mission Smile 
खुर्दा जिले के छानगढ़ गांव की मूल निवासी, हरप्रिया ने 'कैंसर मरीजों के लिए मिशन स्माइल' लॉन्च किया और 2021 में इस पहल में उन्होंने सबसे पहले बाल दान किए. अब वह भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के तहत JAGA मिशन के लिए क्लस्टर समन्वयक के रूप में काम कर रही हैं, और इस बार उन्होंने मुंडन कराया है और अपने कमर तक लंबे बाल मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल को दान किए हैं. 

पिछले दो सालों में, उन्होंने और उनकी 10 SOPVA वॉलंटियर्स की टीम ने न सिर्फ ओडिशा बल्कि पड़ोसी राज्य झारखंड के 150 लोगों को बाल दान करने के लिए प्रेरित किया है, जिनमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे दोनों शामिल हैं. इनमें सबसे छोटी है झारखंड की छह साल की अन्या शर्मा.

क्यों शुरू की पहल
परंपरागत रूप से, लंबे बालों वाली महिलाओं को सुंदर माना जाता है. इस पहल को शुरू करने से पहले, उन्होंने देखा कि गरीब परिवारों के कई कैंसर से बचे लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं हो रही थी क्योंकि उनके बाल झड़ गए थे. उन्होंने कहा कि सिंथेटिक विग सस्ते और आसानी से उपलब्ध हैं, लेकिन वे लंबे समय तक नहीं टिकते हैं और इससे स्किन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. नेचुरल हेयर विग सुरक्षित हैं लेकिन उनकी कीमत 10 गुना अधिक है. 

उनके ट्रस्ट की तरफ से पहली विग 2022 में भद्रक में एक मरीज को दान की गई थी. उनका संगठन अब तक महिला कैंसर रोगियों को 30 विग दान करने में कामयाब रहा है. उनका ट्रस्ट बाल इकट्ठा करता है और उन्हें हैदराबाद स्थित 'हैदराबाद हेयर डोनेशन फॉर कैंसर पेशेंट्स' संगठन को भेजता है जो मुफ्त में विग तैयार करता है. हरप्रिया और उनकी टीम भुवनेश्वर और आस-पास के इलाकों में बाल दान अभियान चलाती है. डोनर्स और मरीज़ उनके सोशल मीडिया हैंडल- 'हेयर डोनेशन ओडिशा'  के माध्यम से उनसे संपर्क करते हैं. 

कितने बाल चाहिए 
एक विग बनाने के लिए कम से कम आठ से नौ लोगों के लगभग 300 ग्राम स्वस्थ बालों की आवश्यकता होती है. दान करने के इच्छुक लोगों के पास कम से कम 12 इंच बाल होने चाहिए. इसके अलावा, बाल काटते समय, यह फर्श पर नहीं गिरना चाहिए क्योंकि इसका उपयोग विग बनाने के लिए नहीं किया जा सकता है. उनकी पहल ने उन्हें विभिन्न संगठनों से कई पुरस्कार दिलाए हैं. हरप्रिया अगले महीने दूसरी बार अपने घुटने तक लंबे बाल दान करने की योजना बना रही हैं. 

 

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