आज भी भारत में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जहां पर लोगों के पास बुनियादी सुविधाएं जैसे चिकित्सा समय से नहीं पहुंच रही है. इन लोगों को सही समय पर इलाज या डॉक्टरों से परामर्श न मिलने के कारण बीमारी बढ़ती है और बहुत बार लोगों की मौत का कारण बनती है. इस बात को समझकर ही ओडिशो में तीन दोस्तों ने एक अनोखा स्टार्टअप शुरू किया है जिसका नाम है CureBay. इस स्टार्टअप के जरिए वे पिछड़े इलाके के लोगों को सही स्वास्थ्य सर्विसेज से जोड़ रहे हैं.
साल 2021 में तीन दोस्तों, प्रियदर्शी महापात्र, शोभन महापात्र और संजय स्वैन ने CureBay की शुरुआत की. भुवनेश्वर स्थित इस स्वास्थ्य-तकनीक स्टार्टअप का लक्ष्य राज्य के दूरदराज के कोनों में चिकित्सा सेवाओं को सुलभ और किफायती बनाना है.
कैसे मिली प्रेरणा
CureBay के संस्थापक और सीईओ प्रियदर्शी महापात्र ने एक इंटरव्यू में बताया कि यह कोविड-19 महामारी के दौरान था जब उन्हें एहसास हुआ कि देश की 65 प्रतिशत आबादी बुनियादी चिकित्सा सेवा की कमी से जूझ रही है. इसे देखकर तीनों ने कुछ करने का फैसला किया और इनके प्रयासों से CureBay अस्तित्व में आया. यह मॉडल डॉक्टरों, अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, फार्मेसियों और मेडिकल डिवाइसेज को एक ही तकनीकी मंच पर एक साथ लाता है. इसके अलावा, ई-क्लिनिकों का एक फिजिकल नेटवर्क है. ये दूरदराज के क्षेत्रों में स्थापित चिकित्सा केंद्र हैं जहां स्वास्थ्य देखभाल का बुनियादी ढांचा मौजूद है.
सबसे दिलचस्प बात है कि कंपनी के जरिए जिन लोगों की मदद की जाती है उनसे शुरुआत में कंस्लटेशन फीस मात्र 99 रुपए ली जाती है, जिससे इलाज के लिए शहर के अस्पताल में यात्रा से जुड़े खर्च कम हो जाते हैं. इसके अलावा, सालाना मेंबरशिप प्रोगराम लगभग 399 रुपए से शुरू होता है जहां मरीज़ चिकित्सकों के साथ कंसल्टेशन, डायग्नोस्टिक टेस्ट, दवाओं पर रियायती कीमतों के साथ-साथ एम्बुलेंस सर्विसेज और दूसरी सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं.
टेली-कंसल्टेशन की सुविधा है उपलब्ध
इस प्रक्रिया में टेली-कंसल्टेशन शामिल है जहां मरीज वीडियो चैट के माध्यम से डॉक्टरों से जुड़ सकते हैं, इसके बाद डायग्नोसिस, हेल्थ टेस्ट और जरूरतमंद लोगों के लिए अस्पताल में प्रवेश किया जा सकता है. उनके पास हर एक ई-क्लिनिक में दो प्रशिक्षित हेल्थ प्रोफेशनल हैं जो मरीजों को सही डॉक्टर से मिलने में मार्गदर्शन करते हैं. वे लोगों को निर्धारित दवाएं प्राप्त करने में भी मदद करते हैं. CureBay ने डायग्नोस्टिक टेस्टेस के लिए मरीजों के घर जाकर सैंपल्स इकट्ठा करने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है.
वर्तमान में, मंच ने 50 अस्पतालों और लगभग 100 मेडिकल प्रैक्टिसनर्स को लिस्ट किया है. ई-क्लिनिक ऐसी जगहों पर स्थापित किए जाते हैं जहां से 10 किमी के दायरे में 50 से 100 ऐसे गांव हों जहां ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध नहीं है. फिलहाल, यह स्टार्टअप ओडिशा और छत्तीसगढ़ में कार्यरत है. वे हर एक राज्य में 150 ई-क्लिनिक स्थापित करने की योजना बना रहे हैं. इसके बाद झारखंड में काम करने का प्लान है.