वैक्सीनेशन अभियान को पूरा हुआ एक साल, अब तक लगाई गई 156 करोड़ डोज़, प्रधानमंत्री ने किया यह ट्वीट

एक साल पहले साल 2021 में 16 जनवरी को भारत ने कोविड-19 के खिलाफ पहली वैक्सीन की डोज़ दी थी. और अपनी 1.38 बिलियन आबादी के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत की थी. इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबको बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आज वैक्सीन ड्राइव का एक साल पूरा हो गया. और उन्होंने हर एक उस इंसान को सलामी दी है जो इस वैक्सीनेशन अभियान से जुड़े हुए हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 16 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST
  • वैक्सीनेशन अभियान को हुआ एक साल पूरा
  • 90% आबादी को मिल चुकी है पहली डोज़

एक साल पहले साल 2021 में 16 जनवरी को भारत ने कोविड-19 के खिलाफ पहली वैक्सीन की डोज़ दी थी. और अपनी 1.38 बिलियन आबादी के लिए वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरुआत की थी. इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबको बधाई दी है. 

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आज वैक्सीन ड्राइव का एक साल पूरा हो गया. और उन्होंने हर एक उस इंसान को सलामी दी है जो इस वैक्सीनेशन अभियान से जुड़े हुए थे. उन्होंने लिखा कि हमारे वैक्सीनेशन प्रोग्राम ने कोविड-19 से लड़ने की हमारी ताकत को बढ़ाया है. इसने ज़िंदगियां बचाई है और लोगों की आजीविका को बचाया है. 

90% आबादी को मिल चुकी है पहली डोज़: 

अब तक देश में 156 करोड़ वैक्सीन डोज़ लोगों को दी जा चुकी हैं. जब से देश में वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू हुआ है, तब से वैक्सीन के लिए एलिजिबल 90 प्रतिशत आबादी को पहली डोज़ मिल चुकी है और 60 प्रतिशत को उनकी दूसरी डोज़ भी मिल चुकी है. इसके अलावा एहतियात डोज़ यानी कि ‘बूस्टर शॉट’ अब फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दिया रहा है. 

प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जब COVID-19 महामारी शुरू हुई थी, तब हमें वायरस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. हालांकि, हमारे वैज्ञानिकों और आविष्कारकों ने वैक्सीन बनाने के लिए दिन-रात एक कर दी थी.  भारत को इस बात पर गर्व है कि हमारा देश वैक्सीन के माध्यम से महामारी से लड़ने में योगदान देने में सक्षम है. 

सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स का शुक्रिया: 

नरेंद्र मोदी ने इस कड़ी में सभी डॉक्टर, नर्स और हेल्थ वर्कर्स का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा कि जब भी देश के दूरगामी क्षेत्रों में वैक्सीन पहुंचते हुए देखते हैं और हमारे हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन ले जाते देखते हैं तो दिल और दिमाग गर्व से भर जाते हैं. 

भारत में वैक्सीन ड्राइव अलग-अलग चरणों में किया गया है. जैसे 

  • 16 जनवरी, 2021: फ्रंटलाइन और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए वैक्सीन ड्राइव शुरू हुई. 
  • 1 मार्च, 2021: 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45-60 वर्ष आयु वर्ग में एक से अधिक बीमारी वाले लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हुआ. 
  • 1 अप्रैल, 2021: 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन दी जाने लगी.  
  • 1 मई, 2021: सभी वयस्क (18+) कोविड वैक्सीन के लिए एलिजिबल हुए. 
  • नवंबर, 2021: सरकार ने पहली डोज़ के 100% कवरेज के लक्ष्य से हर घर दस्तक (डोर-टू-डोर) वैक्सीनेशन ड्राइव शुरू किया. 
  • 3 जनवरी, 2022: किशोर आबादी (15-18 वर्ष) को कोविड-19 की वैक्सीन लगनी शुरू हुई.  
  • 10 जनवरी, 2022: फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए ‘प्रीकॉशनरी डोज़’ अभियान की शुरुआत 

आगे भी कोरोना को हराने का सिर्फ यही तरीका है कि सभी लोग वैक्सीनेशन करवाएं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें.  

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